न्यू बॉर्न बेबी सेप्टीसीमिया से हुई मौत बरेली के महाराणा प्रताप संयुक्त चिकित्सालय में अगस्त के महीने में 845 बच्चे भर्ती किए गए जिसमें 38 बच्चों की मौत हो गई। ज्यादातर बच्चे एक महीने से कम उम्र के हैं। बता दें कि जिला महिला अस्पताल में जिन बच्चों का जन्म होता है अगर वह बीमार होते हैं तो उन्हें जिला अस्पताल भेजा जाता है। इस तरह मरने वाले बच्चों में एक महीने तक के 22 बच्चे, एक महीने से एक वर्ष तक की उम्र के नौ बच्चे, एक वर्ष से पांच वर्ष तक के छह बच्चे, पांच वर्ष से 12 वर्ष तक की उम्र के एक बच्चे की मौत हुई है। इस तरह से एक महीने में 38 बच्चों की मौत जिला अस्पताल में हुई है। डॉक्टरों के अनुसार अधिकतर बच्चों की न्यू बॉर्न बेबी सेप्टीसीमिया, निमोनिया व् अन्य बीमारी की वजह से मौत हुई। जबकि कुछ बच्चे हाई फीवर व अन्य बीमारियों की वजह से अस्पताल लाये गए, यहां उनकी मौत हो गई।
कमिश्नर ने डॉक्टरों के साथ की बैठक एक माह में 38 बच्चों की मौत के बाद कमिश्नर सख्त हो गए हैं। कमिश्नर डॉक्टर पीवी जगनमोहन ने डाक्टरों के साथ बैठक की और जरूरी दिशा निर्देश दिए।कमिश्नर की बैठक में आईएमए के डॉक्टर भी शामिल रहे जिनसे कमिश्नर ने बीमारियों से निपटने के लिए सहयोग मांगा।वहीं कमिश्नर ने जिला अस्पताल और महिला अस्पताल का निरीक्षण भी किया और दोनों सीएमएस को जरूरी दिशा निर्देश दिए और अस्पताल में बेड बढ़ाने का निर्देश दिए।