दरअसल 2 दिन पहले इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने सीएबी के विरोध में नौमहला मस्जिद पर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि अगर मोदी सरकार नागरिकता संशोधन बिल वापस नहीं लेती है तो हिंदुस्तान की गली गली में खून बहेगा और खूनी संघर्ष होगा। वही मामला मीडिया में आने के बाद इस मामले में सिविल लाइन चौकी इंचार्ज की तरफ से शहर कोतवाली में मौलाना तौकीर रजा और उनकी पार्टी के प्रवक्ता डॉक्टर नफीस समेत 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन और भड़काऊ भाषण देने के मामले में आईपीसी की धारा 188 और 504 के तहत एफ आई आर दर्ज की गई है।
मुकदमा लिखे जाने के बाद तौकीर ने दरगाह आला हजरत स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस-प्रशासन को एक बार फिर चेतावनी देते हुए कहा कि 20 दिसंबर को नौमहला मस्जिद से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च करेंगे और कलेक्ट्रेट पर अपनी गिरफ्तारी देंगे। उनका कहना है नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा जब तक यह बिल वापस नहीं हो जाता तो फिर गली क्या पूरे हिंदुस्तान को जाम कर देंगे। वही देखना यह है मौलाना की गिरफ्तारी के एलान के बाद अब पुलिस प्रशासन का अगला रुख क्या होता है।