80 वार्ड में होगा चुनाव नगर निगम में नए परिसीमन के बाद इस बार 10 नए वार्ड बन गए हैं जिसके कारण इस बार 70 की जगह 80 पार्षद चुन कर नगर निगम जाएंगे।इनमें से ज्यादा से ज्यादा बीजेपी के पार्षदों को नगर निगम पहुंचाना पंकज सिंह के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
प्रत्याशी चुनना सबसे बड़ी चुनौती पिछली बार 70 वार्ड में हुए चुनाव में बीजेपी के 22 पार्षद प्रत्याशी जीत कर निगम पहुंचे थे जबकि तीन पार्षद बाद में बीजेपी में शामिल हुए थे। इस बार क्योंकि बीजेपी प्रदेश के साथ ही केंद्र में भी सत्ता में है तो सबसे ज्यादा दावेदार बीजेपी में ही देखने को मिल रहे हैं इस बार के चुनाव में एक वार्ड से कम से कम पांच दावेदार मौजूद हैं।
मेयर के लिए भी लम्बी लाइन भले ही अभी मेयर पद के लिए आरक्षण न घोषित हुआ हो लेकिन मेयर सीट के भाजपा की तरफ से तमाम लोग अपना दावा कर रहे हैं। मेयर के लिए बीजेपी किस पर दांव लगाएगी ये तो आरक्षण के बाद ही पता चलेगा लेकिन दावेदारों की भीड़ ने बीजेपी हाई कमान की नींद उड़ाई हुई है।
बीजेपी की नजर मेयर सीट पर उत्तर प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले भाजापा जिले के सभी प्रमुख पदों को अपनी झोली में डालना चाहेगी जिसके लिए वो किसी भी हाल में मेयर सीट पर अपना कब्जा चाहेगी। अगर बात करें मौजूदा समय की बरेली की सभी नौ विधानसभा सीट और दोनों लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा है।