नवाबगंज नगर पालिका के चेयरमैन पद के लिए भाजपा के जिलाध्यक्ष रविन्द्र सिंह राठौर के भाई की पत्नी प्रेमलता राठौर चुनाव मैदान में थीं तो बसपा ने निवर्तमान चेयरमैन शहला ताहिर को उतारा था। शुरुआती तीन राउंड भाजपा की प्रत्याशी आगे थी लेकिन अंतिम राउंड में वो पिछड़ गई और उन्हें 181 वोटों से विजयी घोषित कर दिया गया। जिसके बाद भाजपाई रिकाउंटिंग की मांग करने लगे और हंगामा हो गया। भाजपाइयों ने एसडीएम से माइक भी छीन लिया। इसी बीच भाजपा के जिलाध्यक्ष रविन्द्र सिंह राठौर भी आ गए और उन्होंने एसडीएम के साथ धक्का मुक्की की। पुलिस की मौजूदगी में एसडीएम ने खुद को भाग कर बचाया।
नवाबगंज में मतदान वाले दिन भी जमकर बवाल और हंगामा हुआ था। मतदान वाले दिन भाजपाइयों ने बसपा प्रत्याशी पर फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया था। जिस पर पथराव हुआ था और एक बीजेपी कार्यकर्ता को चोट भी आई थी। इसके बाद भाजपाइयों ने थाने पर पथराव कर दिया था। जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था तो भाजपा के जिलाध्यक्ष धरने पर बैठ गए थे और अफसरों और पार्टी के नेताओं पर साथ न देने का आरोप लगाते हुए फूट फूटकर रोए थे। नवाबगंज के प्रभारी निरीक्षक आर एन चौधरी ने बताया कि एसडीएम की तहरीर पर भाजपा जिलाध्यक्ष,जिलाध्यक्ष के भाई और समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।