दोनों मामलों में मिली जमानत
पुलिस ने शहला को विकास भवन से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से उन्हें अदलात ने जेल भेज दिया था। इस बीच शहला ताहिर के खिलाफ पीलीभीत के धोखाधड़ी मामले में भी सुनवाई शुरू हुई थी। शहला को दोनों ही मामलों में जमानत मिल गई। जिसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से छूटने के बाद शहला के समर्थकों ने जेल के बाहर जश्न मनाया और शहला ताहिर का स्वागत किया।
विकास भवन से हुई थी गिरफ्तार
नगर पालिका के चुनाव में नवाबगंज में जमकर बवाल हुआ था। जिसके कारण प्रशासन ने शहला ताहिर की शपथ पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद शहला ताहिर हाईकोर्ट चली गई थी और हाई कोर्ट के आदेश के बाद विकास भवन में शहला ताहिर को शपथ दिलाई गई थी। शपथ ग्रहण के बाद पुलिस ने उन्हें विकास भवन परिसर से गिरफ्तार कर लिया था।
भाजपा जिलाध्यक्ष से है सियासी लड़ाई
नवाबगंज नगर पालिका में हर बार चुनाव में हाई प्रोफ़ाइल मुकाबला होता रहा है। क्योंकि वहां पर भाजपा के जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर और शहला ताहिर के बीच बहुत पहले से अदावत चली आ रही है। सपा सरकार में शहला ताहिर ने भाजपा के जिलाध्यक्ष पर एक ही दिन में दो दर्जन से ज्यादा एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद शहला ताहिर मुश्किलों में घिर गई और उनके खिलाफ जांच शुरू हुई है।
फिर गर्माएगी नवाबगंज की राजनीति
जेल जाने से पहले शहला ताहिर ने चेतावनी दी थी कि वो जेल से छूटने पर भाजपा के जिलाध्यक्ष और उनके भाई को जेल भिजवाएंगी। क्योंकि दोनों में बहुत पहले से अदावत चली आ रही है। ऐसे में शहला के जेल से छूटने पर नवाबगंज की सियासत एक बार फिर गर्माने की संभावना है।