दुकानों के तोड़े शटर गुरूवार को नगर निगम कार्यालय के पीछे नगर निगम की दुकानों के बाहर किए गए कब्जों को ढहाया गया और यहां पर पक्की दुकानों के शटर तोड़ डाले गए। इस रोड पर कई व्यापारी नेताओं की भी दुकानें हैं, लेकिन मेयर ने किसी को भी मोहलत नहीं दी और पक्की दुकानों के शटर को जेसीबी ने ध्वस्त कर दिया। इस दौरान हंगामा भी हुआ लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में चलाए जा रहे अभियान के दौरान व्यापारियों ने विरोध करने की जगह अपना सामान सुरक्षित करना बेहतर समझा।
चौड़ी हो गई सड़कें
अतिक्रमण की वजह से कई स्थानों पर सड़कों की चौड़ाई कम हो गई थी और अक्सर लोगों को जाम का सामना करना पड़ता था, लेकिन अतिक्रमण अभियान के बाद अब शहर की तमाम सड़कों की चौड़ाई बढ़ गई है। अस्पताल रोड, कुतुबखाना पुराने शहर में जाम की समस्या बनी रहती थी, लेकिन अब वहां पर सड़कें चौड़ी नजर आ रही है।
अतिक्रमण की वजह से कई स्थानों पर सड़कों की चौड़ाई कम हो गई थी और अक्सर लोगों को जाम का सामना करना पड़ता था, लेकिन अतिक्रमण अभियान के बाद अब शहर की तमाम सड़कों की चौड़ाई बढ़ गई है। अस्पताल रोड, कुतुबखाना पुराने शहर में जाम की समस्या बनी रहती थी, लेकिन अब वहां पर सड़कें चौड़ी नजर आ रही है।
धार्मिक स्थलों से भी हटेंगे अवैध कब्जे
नगर निगम ने उन व्यापारियों को भी निशाने पर ले लिया है जिन्होंने धर्म स्थल की आड़ में दुकानें बना ली हैं। नगर निगम की टीम ने सिविल लाइंस में पहलवान साहब की मजार और हनुमान मंदिर की आड़ में बनाई गई दुकानों को चिन्हित कर लिया है। इन दुकानों पर लाल निशान लगा दिया है। जल्द ही इन दुकानों पर भी नगर निगम कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
नगर निगम ने उन व्यापारियों को भी निशाने पर ले लिया है जिन्होंने धर्म स्थल की आड़ में दुकानें बना ली हैं। नगर निगम की टीम ने सिविल लाइंस में पहलवान साहब की मजार और हनुमान मंदिर की आड़ में बनाई गई दुकानों को चिन्हित कर लिया है। इन दुकानों पर लाल निशान लगा दिया है। जल्द ही इन दुकानों पर भी नगर निगम कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
विरोध के बाद भी अभियान जारी
अतिक्रमण के खिलाफ अभियान उमेश गौतम के मेयर पद की शपथ लेने से पहले ही विरोध शुरू हो गया था। अब भी इसका जगह जगह पर विरोध हो रहा है, बावजूद इसके अभियान जारी है। इस अभियान को लेकर उमेश गौतम और उनके परिवार को ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है।
अतिक्रमण के खिलाफ अभियान उमेश गौतम के मेयर पद की शपथ लेने से पहले ही विरोध शुरू हो गया था। अब भी इसका जगह जगह पर विरोध हो रहा है, बावजूद इसके अभियान जारी है। इस अभियान को लेकर उमेश गौतम और उनके परिवार को ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है।