हर साल बढ़ रहे मरीज अगर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में हर साल एचआईवी के मरीजों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। 2016 में जिले में 350 नए मरीज मिले थे। इसके बाद 2017 में एचआईवी के 468 नए मरीज सामने आए थे। साल 2018 में अब तक एचआईवी के 318 मरीजों में एचआईवी की पुष्टि हो चुकी है। एचआईवी संक्रमित मरीजों के बढ़ते आंकड़े चौंकाने वाले हैं। अगर यही हाल रहा तो साल के अंत तक यह संख्या पांच सौ के पार पहुंच सकती है। सभी मरीजों का इलाज जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर से शुरू कर दिया गया है।
एचआईवी पीडि़तों में 22 बच्चे एआरटी सेंटर के मैनेजर मनोज वर्मा ने बताया कि इन नए मरीजों में 20 से 45 वर्ष के युवक अधिक हैं। इनमे 110 महिला मरीज भी शामिल हैं, जबकि पांच बच्चियां भी हैं। पुरुष मरीजों की संख्या 208 है। इनमें बच्चों की संख्या 17 है। इनमें अधिकतर लोग वे हैं, जो रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में गए और वहां से जानलेवा बीमारी की गिरफ्त में आ गए। इनमें कुछ मरीज ऐसे भी हैं, जिन्होंने एचआईवी सक्रमित साथी से यौन संबंध बनाए। इससे उनके पति या पत्नी भी एचआईवी संक्रमण की चपेट में आ गई।