आंवला में बरेली का सबसे अधिक आलू उत्पादन होता है। इसलिए इलाके में तमाम कोल्ड स्टोरेज भी मौजूद हैं। आमतौर पर किसान खुदाई के बाद आलू को इन कोल्ड स्टोरेज में रख देते हैं। लेकिन इस बार आलू की कीमत इतनी कम हो गई कि कोल्ड स्टोरेज के किराए की लागत भी नहीं निकल पाई। इसलिए किसानों ने कोल्ड स्टोरेज से आलू नहीं उठाया। जिसके कारण कोल्ड स्टोरेज मालिकों ने स्टोर खाली करने के लिए आलू को सड़कों पर फेंकना शुरू कर दिया। पिछले कुछ दिनों से सड़क किनारे आलू फेंका जा रहा है।
सड़क पर आलू फेंके जाने के बाद आस पास के लोग आलू को बोरों में भरकर ले गए। लेकिन आलू की मात्रा इतनी ज्यादा है कि अभी भी काफी तादाद में आलू सड़क पर पड़ा हुआ है और इसे जानवर खा रहे हैं। वहीं कई जगहों पर आलू सड़ना शुरू हो गया है, जिससे इलाके में दुर्गंध फैल रही है।
इलाके के रहने वाले किसान राजेश ने बताया कि कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने का किराया नहीं निकल पा रहा है और ये आलू मंडी में भी नही बिक रहा है। इसलिए मजबूरी में आलू फेंका जा रहा है। वहीं किसान जमील खान ने बताया कि ये सारा आलू किसानों का है और इसे कोल्डस्टोरेज वालों ने सड़क के किनारे फेंक दिया है, जिससे खेत से पानी का निकास अवरुद्ध हो रहा है। इस मामले में जिला उद्यान अधिकारी पूजा ने बताया कि आलू सड़क पर किसने सड़क पर फेंका है, इसकी जानकारी ली जा रही है।