अपने लिए तो सभी जीते हैं लेकिन कुछ लोग दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करते हैं वही लोग इस दुनिया को खूबसूरत भी बना रहे हैं। बरेली के रहने वाले कुछ दोस्तों ने ऐसा ही कुछ किया है। इन दोस्तों के ग्रुप ने गरीब महिलाओं की सुविधा के लिए पैड बैंक की शुरुआत की है। ये पैड बैंक गरीब घर की महिलाओं को सेनेटरी पैड मुहैया कराता है।
वीर सावरकर नगर कॉलोनी के रहने वाली शिल्पी का कहना है कि अभी भी गांव और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाली महिलाएं सेनेटरी पैड के बारे में नहीं जानतीं।वह इसके बदले अनहाइजेनिक चीजें इस्तेमाल करती हैं। यहां तक कि वह घास और राख तक इस्तेमाल करती हैं यह देखकर हमें बुरा लगा और हमने उसके बाद दोस्तों के साथ मिलकर पैड बैंक की स्थापना की। हम अपनी जेब खर्च से पैसे बचाकर सेनेटरी नैपकिन खरीदते हैं और उसे इन महिलाओं में मुफ्त बांटते हैं।
पैड बैंक की स्थापना चित्रांश सक्सेना ने की है और इस संस्था में शिल्पी के साथ प्रियांशी जायसवाल, एना खान,राशि,ऐश्वर्य,पूनम सिंह,पलक, निकिता और पारूल काम करती है। डेलापीर के पास वीर सावरकर नगर में पैड बैंक को खोला गया है। ये लोग गांव और शहर के आसपास के इलाके में जाकर महिलाओं और किशोरियों को जागरूक कर सैनेटरी पैड इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं और अगर उनके पास पैड खरीदने के पैसे नहीं हैं तो उन्हें निःशुल्क पैड दिए जाते हैं।