नगर निगम में गड़बड़ी घोटाले को लेकर निर्माण विभाग फिर सुर्खियों में है। आरसीसी नाली निर्माण की जगह ईंट से निर्माण कर दिया। इंजीनियर और ठेकेदार की मिलीभगत से तीन लाख रुपये का भुगतान भी करा दिया। अब इस मामले को दबाने की कोशिशें हो रहीं हैं। निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर पुनीत ओझा ने बताया कि इस प्रकरण में संबंधित इंजीनियर से रिपोर्ट मांगी है। किसकी तरफ से यह गड़बड़ी की गई है। रिपोर्ट आने के बाद मामले में कार्रवाई की जा रही है।
2021 में निगम ने राज्य वित्त निगम फंड से 8.88 लाख रुपये से वार्ड संख्या 20 मोहल्ला आजम नगर में अफसर बैंड से आजमनगर चौराहे तक आरसीसी सड़क निर्माण कार्य मंजूर किया था। कार्य का वर्क ऑर्डर 12 अक्टूबर 2021 को ठेकेदार दिलशाद हुसैन को दिया था। निर्माण कार्य की जांच पड़ताल तक नहीं हुई। ठेकेदार ने टेंडर तो आरसीसी नाली का लिया जबकि निर्माण ईंटों से कर दिया। बगैर जांच पड़ताल के इंजीनियरों ने मिलीभगत कर ठेकेदार का तीन लाख रुपये तक का भुगतान भी करवा दिया।