क्या टूटेगी पुरानी परंपरा आईएमए में परम्परा रही है कि अध्यक्ष और सचिव पद के लिए आपसी सहमति के जरिए अध्यक्ष और सचिव पद के लिए निर्वाचन होता है। आईएमए एक साल पहले ही अपने भावी अध्यक्ष का चुनाव कर लेता है। मौजूदा समय में डॉक्टर प्रमेन्द्र महेश्वरी आईएमए के अध्यक्ष है। जबकि एक अक्टूबर को डॉक्टर सतेंद्र सिंह आईएमए की कमान अपने हाथ में लेंगे। लेकिन इसके पहले सितंबर में भावी अध्यक्ष (प्रेसीडेट इलेक्टेड) चुना जाना है। आईएमए के चुनाव में वर्षों से पूर्व मेयर के गुट का दबदबा रहा है लेकिन पिछले दो सालों से पूर्व मेयर का विरोधी गुट का आईएमए में दबदबा हो गया है। सूत्रों की माने तो डॉक्टर अतुल को डॉक्टरों के उस गुट का समर्थन है जो पूर्व मेयर के विपक्ष में है। शुरू से ही अध्यक्ष पद के लिए पांच डॉक्टरों के नाम चर्चा में चल रहे हैं जिसमें डॉक्टर अतुल अग्रवाल का नाम सबसे पहले सामने आया था। अगर पिछले चुनाव में नाम वापस लेने वाले दावेदार भी चुनाव में खड़े होते है तो इस बार मतदान की नौबत आ जाएगी।
एक वरिष्ठ चिकित्सक ने भी बनाया मन आईएमए चुनाव में इस बार एक वरिष्ठ चिकित्सक ने भी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने की इच्छा जाहिर कर हड़कंप मचा दिया है। क्योकि ये डॉक्टर बहुत सीनियर है और दोनों गुटों पर उनका प्रभाव है। अगर वो अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कराते है तो आईएमए के सियासी समीकरण बदलने के आसार है। दरअसल अभी तक आईएमए में परंपरा रही है कि आपसी बातचीत के जरिए ही अध्यक्ष और सचिव पद पर निर्वाचन होता था लेकिन इस बार जो हालात हैं उसे मतदान की नौबत आती दिख रही है।
23 सितम्बर को होगा चुनाव इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बरेली शाखा के भावी अध्यक्ष पद का चुनाव 23 सितंबर को होगा। 13 सितम्बर को शाम पांच बजे तक ही चुनाव लड़ने वाले अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। 20 सितंबर सुबह दस बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।