आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सिर छिपाने के लिए शासन ने प्रधानमंत्री आवास योजना संचालित की है। शीशगढ़ कस्बे में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ देने में गड़बड़ियों की शिकायत हुई थी। काफी समय से प्रशासनिक अफसर गोपनीय तरीके से इसकी जांच कर रहे थे, लेकिन मंगलवार शीशगढ़ कस्बे के मोहल्ला अगवाड़ा में नायब तहसीलदार शिवा वर्मा, कानूनगो मुकेश कुमार जांच करने गए थे। जांच में सामने आया कि 54 अपात्रों ने भी आवास का लाभ उठा लिया और मौके पर 10 लोग ऐसे पाए गए, जिनके आलीशान मकान, कार, ट्रैक्टर व अन्य सुख-सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके बाद भी उन्होंने योजना का लाभ ले लिया।
मीरगंज के साथ शीशगढ़ व अन्य क्षेत्र में 1,142 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया। प्राथमिक जांच में बड़ी संख्या में अपात्रों के निकलने के बाद डूडा अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ सर्वेयर- सुपरवाइजर व लेखपाल की भूमिका संदेह के घेरें में आ गई है। माना जा रहा है कि जांच के बाद कई पर गाज गिर सकती है।
देशदीपक सिंह, उप जिलाधिकारी, मीरगंज ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपात्रों को लाभ दिए जाने को लेकर शिकायत मिली थी। प्रकरण को लेकर तहसील प्रशासन की ओर से टीम गठित कर जांच कराई जा रही है। प्राथमिक चरण में 54 से अधिक अपात्र मिले हैं, इनके विरुद्ध अग्रिम कार्रवाई के साथ जांच जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं।