दुकान बंद होते ही हुई वारदात
आंवला के रामनगला बाजार में ओमेंद्र की सीमेंट की दुकान है। दुकान के ऊपर ही ओमेंद्र का घर है, जहां वो पत्नी सर्वेश और तीन साल की बच्ची के साथ रहते हैं। जब वो दुकान बंद करके घर जा रहे थे, तभी घर पर हथियारों से लैस आधा दर्जन बदमाशों ने धावा बोल दिया। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की और हाथ पैर बांधकर दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया।
आंवला के रामनगला बाजार में ओमेंद्र की सीमेंट की दुकान है। दुकान के ऊपर ही ओमेंद्र का घर है, जहां वो पत्नी सर्वेश और तीन साल की बच्ची के साथ रहते हैं। जब वो दुकान बंद करके घर जा रहे थे, तभी घर पर हथियारों से लैस आधा दर्जन बदमाशों ने धावा बोल दिया। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की और हाथ पैर बांधकर दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया।
साठ हजार रुपए व अन्य सामान छीना
इस बारे में पीड़ित ओमेंद्र ने बताया कि उन्हें छह लोगों ने पकड़ा था। उनमें से दो के पास तमंचा था, एक के पास चाकू था। वे लोग उन्हें मारते हुए उपर ले गए। वहां करीब साठ हजार रुपए, मोबाइल, कार की चाबी, लाइसेंस आदि छीन लिए और हाथ पैर बांध कर दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया। फिर उठाकर लाए और उपर जाकर उनकी पत्नी से दरवाजा खुलवाया उसके बाद फिर से उन्हें बहुत मारा। छत से नीचे गिरने के कारण ओमेंद्र को काफी चोटें आई है। फिलहाल ओमेन्द्र का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इस बारे में पीड़ित ओमेंद्र ने बताया कि उन्हें छह लोगों ने पकड़ा था। उनमें से दो के पास तमंचा था, एक के पास चाकू था। वे लोग उन्हें मारते हुए उपर ले गए। वहां करीब साठ हजार रुपए, मोबाइल, कार की चाबी, लाइसेंस आदि छीन लिए और हाथ पैर बांध कर दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया। फिर उठाकर लाए और उपर जाकर उनकी पत्नी से दरवाजा खुलवाया उसके बाद फिर से उन्हें बहुत मारा। छत से नीचे गिरने के कारण ओमेंद्र को काफी चोटें आई है। फिलहाल ओमेन्द्र का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पत्नी की सूझ बूझ से बची जान
जिस समय बदमाश ओमेंद्र को पीट रहे थे, उस समय उसकी पत्नी सर्वेश कुमारी अपनी तीन साल की बच्ची के साथ कमरे में बंद हो गईं और बदमाशों को भनक भी नहीं लगने दी। इसी बीच उसने चुपचाप अपने ससुर को फोन कर घटना की जानकारी दी, जिसके बाद ससुर व परिवार के अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्हें देखकर बदमाश फरार हो गए।
जिस समय बदमाश ओमेंद्र को पीट रहे थे, उस समय उसकी पत्नी सर्वेश कुमारी अपनी तीन साल की बच्ची के साथ कमरे में बंद हो गईं और बदमाशों को भनक भी नहीं लगने दी। इसी बीच उसने चुपचाप अपने ससुर को फोन कर घटना की जानकारी दी, जिसके बाद ससुर व परिवार के अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्हें देखकर बदमाश फरार हो गए।