मोहम्मद सईद की बाइक न सिर्फ इशारों पर काम करती है बल्कि इसमें एक छोटा एटीएम भी लगा हुआ है जो आवाज सुनकर सिक्के देता है। ये एटीएम उतने ही रूपये के सिक्के देता है जितने इससे कहे जाते हैं। बाइक में पंखा और म्यूजिक सिस्टम भी लगा हुआ है जो की इशारे पर ही काम करता है। दरअसल सईद ने ये बदलाव अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए किए थे,वो अलग अलग शहर में जाकर सुरमा और मंजन बेचने का काम करते है और उनकी अनोखी बाइक देखने के लिए लोगों की भीड़ लग जाती है।
मोहम्मद सईद जब अपनी बुलेट चलाते है तो बुलेट उनकी आवाज के इशारे पर दौड़ती है। उन्हें न तो गेयर बदलने पड़ते हैं और न ही एक्सीलेटर लेना पड़ता है और नहीं ही गाड़ी को मोड़ने के लिए हैंडल मोड़ना पड़ता है। ये सब कुछ उनके इशारे पर होता है। मोहम्मद सईद बुलेट पर तमाम हैरतअंगेज करतब भी दिखाते है वो लेट कर भी अपनी गाड़ी पर कंट्रोल कर लेते हैं।