गजरौला थाने में दरोगा मोहम्मद आरिफ की ओर से मामला दर्ज किया गया है। एसपी अविनाश पांडेय के आदेश पर दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक दो दिन पहले सिपाही प्रवीण कुमार ने इस बारे में सूचना अंकित कराई थी। इस पर जांच करते हुए दरोगा ने पाया कि गांव पौरखास के रहने वाले सतनाम पुत्र रविंदर सिंह वर्तमान में शहर की एकता नगर कॉलोनी में रह रहे हैं। उन पर दोनाली बंदूक और रिवाल्वर के लाइसेंस हैं।
आरोप है कि सतनाम ने अपना आवासीय पता शाहजहांपुर के थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के ग्राम प्रसादपुर दर्शाकर वर्ष 2007 में लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। इसी पते पर दोनों लाइसेंस जारी किए गए थे। फिर वर्ष 2018 में सतनाम ने अपना पता एकता नगर कॉलोनी दशति हुए लाइसेंस के स्थानांतरण के लिए डीएम को शपथ पत्र के साथ प्रार्थना पत्र दिया। इस पर दोनों लाइसेंस यहां स्थानांतरित कर दिए गए।
पुलिस ने जब शाहजहांपुर के प्रसादपुर जाकर लोगों से जानकारी की तो पता चला कि सतनाम वहां कभी रहता ही नहीं था। इस संबंध में संबंधित धनसिंहपुर ग्राम पंचायत के प्रधान स्वामी दयाल ने लिखकर भी दे दिया। इससे साफ हो गया कि सतनाम ने फर्जी अभिलेखों से असलहे बनवाए। उस पर कई मुकदमे भी बताए गए हैं। सीओ दीपक चतुर्वेदी ने सतनाम को जेल भेजे जाने की पुष्टि की।