scriptयूपी की सकीना को भी आधार केे बिना नहीं मिला राशन, भूख से तड़प तड़प कर मौत | starved to death in bareilly muslim woman skaina update | Patrika News
बरेली

यूपी की सकीना को भी आधार केे बिना नहीं मिला राशन, भूख से तड़प तड़प कर मौत

झारखंड की संतोषी की तरह हुई घटना, फिंगर प्रिण्ट नहीं लगने से दुकानदार दौड़ाता रहा रोज

बरेलीNov 15, 2017 / 07:31 pm

Santosh Pandey

sakina

sakina

बरेली। यूपी में झारखंड की संतोषी की तरह सकीना की भी मौत हुई है। उसे भी आधार लिंक न हो पाने से राशन नहीं मिला है। सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान से उसे राशन नहीं मिल सका और वह भूख से मर गयी। पति राशन दुकानदार के सामने रोया-गिड़गिड़ाया, लेकिन बायोमेट्रिक मशीन पर पत्नी के फिंगर प्रिण्ट लिये बिना उसे राशन नहीं मिला। अंततः एक व्यवस्था और लाचारी एक जिन्दगी निगल गयी और सकीना भूख से मर गयी। भूख से मौत की यह घटना नगर पंचायत फतेहगंज पश्चिमी के वार्ड 15 के मोहल्ला भोले नगर की है।
राशन विक्रेता ने नहीं दिया राशन

फतेहगंज पश्चिमी के मुहल्ला भोले नगर निवासी इशहाक अहमद बेहद गरीब हैं। वह झोपड़ीनुमा मकान में सकीना (50) के साथ रहते है कुछ दिनों पहले अचानक इशहाक बीमार हो गए। इसलिए घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई। सकीना ने घर के जेवर आदि बेच पति का इलाज कराया। इससे उसकी आर्थिक स्थिति और खराब होती गई। इशहाक के घर की हालत ऐसी नहीं थी कि दुकान से राशन खरीदा जा सके। जब सकीना का पति सरकारी राशन की दुकान से राशन लेने गया तो कोटेदार ने उसे मना कर दिया क्योंकि राशन कार्ड सकीना के नाम था और सकीना इस हालत में नही थी कि वो स्वयं राशन लेने जा सके। कोटेदार का कहना था कि बगैर सकीना के फिंगर प्रिंट के राशन नही देगा।
मृतका सकीना के पति इशहाक ने बताया कि राशन के लिए पहली तारीख से कोटेदार के पास चक्कर लगा रहे थे लेकिन उसने यह कहकर टरका दिया कि बायोमीट्रिक मशीन में पत्नी के फिंगर प्रिंट चाहिए। उसके बाद ही राशन दिया जाएगा। पत्नी की हालत ऐसी नहीं थी कि राशन की दुकान पर ले जाया जा सके।
पिछले महीने में भी ले गए थे सकीना को

पिछले महीने जब घर का राशन खत्म हुआ था तो इशहाक बीमार पत्नी सकीना को किसी तरह रिक्शे पर बैठाकर कोटा डीलर के पास ले गए थे। तब उन्हें राशन मिला था। पिछले कुछ दिनों से उनकी पत्नी की हालत ज्यादा खराब हो गई थी। स्थिति ये थी कि वह उठ भी नहीं सकती थीं। वह कहीं जाने की हालत में नहीं थीं। उनके पति ने कोटेदार को बताया कि पत्नी की हालत ऐसी नहीं है कि उसे यहां तक लाया जा सके। उन्हें राशन की जरूरत है। यदि राशन मिल जाए तो मेहरबानी होगी। इस दौरान उन्होंने पत्नी की बीमारी का भी हवाला दिया लेकिन राशन नहीं मिल सका। कोटेदार ने दो टूक कह दिया कि बायोमीटिक मशीन में कार्ड धारक का फिंगर प्रिंट अनिवार्य है। जब तक उसमें अंगुली नहीं लगेगी, तब तक राशन नहीं मिलेगा।
मोहल्ले के लोग देते थे राशन

सकीना झोपड़ी में रहती थीं। उनका बेटा दिल्ली में काम करता है। गरीबी उनका पीछा नहीं छोड़ रही थी। बताते हैं कि मोहल्ले के लोग उनकी मदद करते थे। कभी कभार जरूरत पड़ने उन्हें खाना भी खिला देते थे।
दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई

भूख से मौत पर अफसरों में भी हड़कम्प मचा हुआ है। डीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए है। एसडीएम मीरगंज अक्षयवर चौहान ने बताया कि इस मामले में जांच शुरू हो गई है।

Home / Bareilly / यूपी की सकीना को भी आधार केे बिना नहीं मिला राशन, भूख से तड़प तड़प कर मौत

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो