राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने बताया कि इस बार नगर निकाय चुनाव के लिए वोटर लिस्ट बनाने के समय मतदाता का मोबाइल नम्बर भी लिया जा रहा है और मतदाता के मोबाइल पर चुनाव से सम्बंधित सारी जानकारी भेजी जाएगी। अब तक 25 लाख मतदाताओं का पंजीकरण किया जा चुका है, जिनके मोबाइल पर रिजल्ट घोषित होने के पांच मिनट के अंदर ही सिस्टम जनरेटेड मैसेज भेज दिया जाएगा और मतदाता को पता चल जाएगा कि किसकी जीत हुई है। इससे कोई भ्रम की स्थिति नहीं रहेगी।
चुनाव आयोग ने एक एप भी लांच किया है, जिसे मतदाता प्ले स्टोर और आईओएस से डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप पर पोलिंग बूथ, प्रत्याशी की जानकारी, जीत हार की जानकारी मिलेगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में इस बार मथुरा, अयोध्या और फैजाबाद नए नगर निगम बने है और नगर निगम की संख्या 16 हो गई है, जबकि प्रदेश में 199 नगर पालिका परिषद और 439 नगर पंचायत हैं। नगर निगम के लिए मेयर और पार्षद का चुनाव ईवीएम से होगा, जबकि पालिका परिषद और नगर पंचायत का चुनाव बैलट पेपर से होगा।
नगर निकाय चुनाव में केंद्र से पैरा मिलट्री फोर्स की मांग नहीं की जाएगी, बल्कि उत्तर प्रदेश का पुलिस बल ही नगर निकाय का चुनाव कराएगा। एक दिन में ही जिले में नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत के चुनाव सम्पन्न होंगे।
जिले में 10 प्रतिशत बूथ अति संवेदनशील माने जाएंगे और वहां पर कड़ी निगरानी की जाएगी। ऐसे बूथ पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के साथ ही ड्रोन कैमरों से भी बूथ की निगरानी की जाएगी। बूथ की बेबकास्टिंग के साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। ऐसे बूथ पर तैनात कर्मचारियों की कंट्रोल रूम से बातचीत भी हो सकेगी।
बैठक में अफसरों को बताया गया कि चुनाव के लिए जिले की सीमा को सील कर दिया जाएगा। साथ ही मतदान से 48 घण्टे पहले शराब की बिक्री बन्द हो जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान अवैध शराब और असलाह पर भी विशेष ध्यान दिया जाए और इस सम्बंध में प्रभावी कार्रवाई की जाए।
राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने साम्प्रदायिक और जातिगत हिंसा को बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि इससे बड़ी सख्ती से निपटा जाए और बगैर किसी भेदभाव के कठोर कार्रवाई की जाए।
राज्य निर्वाचन आयुक्त की बैठक में बरेली और मुरादाबाद मण्डल के सभी जिलों के डीएम और पुलिस कप्तान शामिल हुए। दोनों मण्डल के कमीश्नर भी बैठक में शामिल हुए, इसके साथ ही बरेली जोन के एडीजी और बरेली रेंज के आईजी व मुरादाबाद रेंज के डीआईजी भी इस बैठक में शामिल हुए। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है। कुछ जगहों पर सुधार की जरूरत है। बैठक में अफसरों को हिस्ट्रीशीटर, इनामी, फरार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।