काफी समय पहले शहरी क्षेत्र में बिजली विभाग की ओर से बिजली चोरी को रोकने के लिए मीटरों को घरों, दुकानों व संस्थानों से बाहर निकाल कर लगाया गया था, लेकिन उसके बाद भी उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही। गर्मी के मौसम में ज्यादा दिक्कत शुरू हो गई है। लाइन में फाल्ट तो कभी किसी ट्रांसफॉर्मर में खराबी के कारण बिजली गुल रहती है। लोग जब परेशान होकर बिजली विभाग के अधिकारियों व शिकायत केन्द्र पर फोन करते हैं, तो उसके बाद भी समय पर समस्या का समाधान नहीं किया जाता है।
शाहदाना, सुभाषनगर, हरूनगला, महानगर, राजेन्द्रनगर, कोहाड़ापीर सहित कई उपकेन्द्रों में आये दिन ट्रांसफॉर्मरों से खराबी की शिकायत हो रही है, लेकिन उसके बाद भी विभाग की ओर से स्थायी निदान न करके काम चलाऊ व्यवस्था की जा रही है। बिजली समस्या के चलते लोगों का बजट भी गड़बड़ाने लगा है। जिन दुकानों व संस्थानों में लाइट का कार्य ज्यादा है वहां पर बिजली समस्या ने प्रबंधन की मुश्किलें भी बढ़ा दी है। दिनभर में कई बार बिजली गुल रहने के कारण उन्हें मजबूर होकर जनरेटर से काम चलाना पड़ रहा है। ऐसे में डीजल महंगा होने व उसकी खपत अधिक बढ़ने के कारण उनकी जेबे ढीली हो रही हैं। साथ में जहां इनवर्टर लगे हुये हैं वे भी बिजली आने का इंतजार डाउन हो जाते है।
बिजली विभाग की ओर से गर्मी के सीजन में बेहतर आपूर्ति के लिए मरम्मत किये जाने का दम भरा गया था लेकिन अभी कई मोहल्लों में लगे ट्रांसफॉर्मरों व बिजली के तारों की स्थिति यह है कि हलके से लोड में ही ट्रांसफार्मर से फ्यूज उड़ जाते हैं तो कहीं पर भी तार टूटकर लटक जाते हैं, जिससे हादसा होने का डर भी बना रहता है।
गर्मी का पारा बढ़ते ही बिजली चोरो की संख्या बढ़ने लगी है, जो बिजली चोरी करके घरों में बत्ती जलाकर चैन की नींद सो रहे है, इसकी वजह से जगह-जगह ट्रांसफार्मर ओवरलोड होने पर लगातार फुंक रहे हैं। देर रात कालीबाड़ी, पुरानाशहर व पनवड़िया इलाकों में ट्रांसफॉर्मर फुंक गया, देर रात मोबाइल ट्रॉली ट्रांसफॉर्मर लगाकर सप्लाई शुरू हुई, जिससे हजारों बिजली उपभोक्ता देर रात तक सो नहीं सके।
मुख्य अभियंता वितरण रणविजय सिंह का कहना है कि बिजली चोरी रोकने के लिए मॉर्निंग में सघन चेकिंग अभियान चलाया जायेगा। इनकी वीडियों बनाने के बाद मुकदमा दर्ज कराया जायेगा। वहीं जिन इलाकों में लाइन लॉस ज्यादा है, उन पर पैनी नजर रखने के निर्देश भी दिये गये हैं।