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यूपी में बदमाशों के हौसले बुलंद, तमंचा लहरा कर व्यापारी से मांगी रंगदारी- देखें वीडियो 24 मार्च को पशु तस्करों से साठगांठ के चलते इज्जतनगर थाने के सिपाही सुशील कुमार, संजय सागर और शमीम पर कार से कुचल कर युवक मुन्ना को मारने का आरोप लगा था। पुलिस ने पहले इसे सड़क दुर्घटना का मामला बताया था लेकिन जब लोगों ने हंगामा किया तो मामले की जांच हुई तो सच्चाई सामने आई और तीनों सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। बारादरी पुलिस पर भी मीट व्यापारी की हत्या का आरोप लगा था। आरोपित सिपाही निलंबित भी हुए थे। इसी तरह भोजीपुरा में भी दरोगा की पिटाई से रिटायर्ड शिक्षक की मौत हो गई थी। एडीजी के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ उसे पुलिस ने आज तक गिरफ्तार नहीं किया।
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भाजपाइयों ने ऐलान देकर तोड़ी धारा 144, मेयर और पुलिस के बीच नोकझोक- देखें वीडियो पुलिस लोगों को लूटने में भी पीछे नहीं है। देवचरा के व्यापारी को कचहरी से एक दरोगा और सिपाही ने अगवा कर लिया था। एक कमरे में बंद कर उसे नशीले पदार्थों की तस्करी में जेल भेजने की धमकी दी थी और उससे पांच लाख रूपये मांगे गए। घटना का पता चलने पर दरोगा और सिपाही पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था लेकिन आज तक दोनों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इसी तरह सिरौली के इंस्पेक्टर ने भी अंजनी गाँव के युवकों को पकड़ कर थाने ले आए और दोनों नशीले पदार्थों में जेल भेजने की धमकी देकर रूपये हड़प लिए। इसके बाद जब इसकी शिकायत अफसरों से हुई तो इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया।