गुणवत्तापूर्ण तरीके से 2024 तक एक्सप्रेस वे का पूरा करने के निर्देश प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज/उद्यान एवं खाद्य संस्करण विभाग मनोज कुमार सिंह ने गंगा एक्सप्रेस-वे के विभिन्न एलाइनमेंट का निरीक्षण किया। उन्होंने घटपुरी में क्वालिटी लैब का भी निरीक्षण किया। पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए गुणवत्ता परखी और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गंगा एक्सप्रेसवे प्रत्येक दिशा में दिसंबर 2024 तक चालू हो जाना चाहिए। मेन कैरिएज का निर्माण दिसंबर 2024 से पूर्व पूर्ण हो जाना चाहिए। इसमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। सर्विस रोड पर भी प्राथमिकता से कार्य करें। इस दौरान जिलाधिकारी मनोज कुमार, एसडीएम सुखलाल प्रसाद वर्मा, अडानी ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसके गोयल, चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर सचिन धमांण्डा, एचजी इंफ्रा के वाइस प्रेसिडेंट नागप्पन स्वामी, अडानी ग्रुप के कॉरपोरेट अफेयर्स के प्रभारी अभिषेक गौड़ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
आठ घंटे में तय होगी 594 किमी की दूरी
एक्सप्रेसवे के निर्माण से प्रयागराज समेत यूपी के 12 जिलों से दिल्ली के बीच की दूरी और कम हो जाएगी। सिर्फ 8 घंटे में तय 594 किलोमीटर का सफर तय किया जा सकेगा। गंगा एक्सप्रेसवे पर अधिकतम स्पीड 120 किमी/घंटा तय की गई है। गंगा एक्सप्रेस वे के मेरठ और प्रयागराज में दो मुख्य टोल प्लाजा होंगे. इसके अलावा 12 अतिरिक्त रैम्प टोल प्लाजा होंगे। एक्सप्रेसवे पूर्वी यूपी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाएगा।
एक्सप्रेसवे के निर्माण से प्रयागराज समेत यूपी के 12 जिलों से दिल्ली के बीच की दूरी और कम हो जाएगी। सिर्फ 8 घंटे में तय 594 किलोमीटर का सफर तय किया जा सकेगा। गंगा एक्सप्रेसवे पर अधिकतम स्पीड 120 किमी/घंटा तय की गई है। गंगा एक्सप्रेस वे के मेरठ और प्रयागराज में दो मुख्य टोल प्लाजा होंगे. इसके अलावा 12 अतिरिक्त रैम्प टोल प्लाजा होंगे। एक्सप्रेसवे पूर्वी यूपी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाएगा।
यूपी के इन शहरों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर जाएगा। एक्सप्रेसवे जिन जगहों से होकर गुजरेगा वहां के औद्योगिक और धार्मिक पड़ावों को भी आपस में जोड़ेगा। गंगा एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड परियोजना है। इसे छह-लेन कॉरिडोर बनाया जा रहा है। जिसे जरूरत पड़ने पर आठ लेन तक बढ़ाया जा सकेगा। शाहजहांपुर में एक्सप्रेस-वे पर हवाई पट्टी (3.5 किमी लंबी) बनेगी। जहां आपात स्थिति में वायुसेना के विमान उतर सकें और उड़ान भर