कम पानी से बेचैनी
भाखड़ा नहर में नवम्बर से मई तक कितना पानी चलाया जाएगा, इसका निर्धारण मंगलवार को किया जाएगा।
भाखड़ा नहर में नवम्बर से मई तक कितना पानी चलाया जाएगा, इसका निर्धारण मंगलवार को किया जाएगा। इसके लिए मंगलवार को कलक्ट्रेट में सुबह ग्यारह बजे भाखड़ा रेग्यूलेशन कमेटी की बैठक होगी। इसमें भाखड़ा क्षेत्र के विधायक, जल उपयोक्ता संगम के अध्यक्ष व विभागीय अधिकारी मिलकर रेग्यूलेशन पर विचार-विमर्श करेंगे। कलक्टर की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में इस वर्ष बांधों में हुई पानी की आवक के आधार पर मई तक का रेग्यूलेशन कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। जल संसाधन विभाग ने जो प्रस्तावित रेग्यूलेशन तैयार किया है, उसमें नवम्बर से मार्च तक 1200 क्यूसेक पानी चलाने का उल्लेख किया गया है। अधिकारियों के अनुसार भाखड़ा नहर में नवम्बर से 13 मार्च 2016 तक 1200, इसके बाद छह अप्रेल तक 800 व सात अप्रेल से 20 मई तक 250 क्यूसेक पानी चलाने पर भी 13050 क्यूसेक डेज की कमी रहेगी। इसलिए प्रदेश का जितना शेयर बनता है, इसे सोच-समझकर ही नहरों में चलाने की बात कह रहे हैं।
शेयर पर नजर
इस वर्ष भाखड़ा बांध में पानी की आवक के आधार पर प्रदेश का शेयर दो लाख 27 हजार 386 क्यूसेक निर्धारित हुआ है। लेकिन प्रस्तावित रेग्यूलेशन के अनुसार नहरों को चलाने के लिए दो लाख 40 हजार 550 क्यूसेक पान चाहिए। इस तरह वर्तमान में जो प्रस्तावित रेग्यूलेशन बनाया गया है, उसके अनुसार पानी चलाने के लिए भी करीब 13 हजार क्यूसेक पानी की कमी रहेगी। आगे बांधों में पानी की आवक अधिक होने पर रेग्यूलेशन की समीक्षा करने की बात भी अधिकारी कह रहे हैं।