डिस्कॉम अधिकारियों का काम चलाऊ रवैया उपखंड सिवाना क्षेत्र के हजारों उपभोक्ताओं के लिए बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। उपभोक्ताओंं के डिस्कॉम को समस्याओं से अवगत करवाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। इससे ये राहत को तरस गए हैं। यहां गुरुवार शाम सात बजे गांव अजीत की पुरानी बस्ती में वॉल्टेज के भारी उतार-चढ़ाव पर नुकसान की आशंका को लेकर ग्रामीणों ने सब स्टेशन पर कार्यरत कार्मिकों को सूचना दी। इस पर इन्होंने ट्रांसफार्मर के फ्यूज निकाले। इससे गांव के आधे भाग में अंधेरा छा गया। ग्रामीणों ने इस उम्मीद से जैसे तैसे रात गुजारी की अगली सुबह विद्युत की बहाली होगी। लेकिन शाम चार बजे तक बंद विद्युत सप्लाईशुरू नहीं हुई।
कार्मिकों की सूचना पर शाम करीब 4 बजे कनिष्ठ अभियंता समदड़ी ट्रांसफार्मर लेकर गांव पहुंचे। लेकिन बगैर किसी कार्मिकों के ग्रामीणों के सहयोग से ट्रांसफार्मर रखवाने का कार्य शुरू किया। इस पर ट्रांसफार्मर व तीन विद्युत पोल भरभराकर नीचे गिर गए। इससे तीन पोल टूट गए। ऐसे में ग्रामीणों को दूसरी रात भी अंधेरे में गुजारनी पड़ी। शनिवार कनिष्ठ अभियंता दुबारा सुबह करीब 10.30 बजे बगैर कार्मिकों के साथ गांव में पहुंचे। ग्रामीणों ने बंद विद्युत सप्लाई को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। लेकिन अभियंता ने कार्मिकों व संसाधनों की कमी का हवाला देते हुए शीघ्र विद्युत बहाली में असमर्थता दिखाई।
उच्चाधिकारियों को गांव में तीसरे दिन विद्युत सप्लाई बंद होने की जानकारी पर उन्होंने कनिष्ठ अभियंता को स्वयं के स्तर पर कार्मिक व संसाधन जुटाकर शीघ्र कार्यपूर्णकर बंद विद्युत सप्लाईशुरू करने की बात कही। इस पर शाम चार बजे कार्यशुरू किया गया। ग्रामीणों के सहयोग से खड्डे खुदवाकर विद्युत पोल खड़े किए गए। लेकिन शाम सात बजे तक विद्युत तार नहीं खींचे जाने पर विद्युत सप्लाईशुरू नहीं हो पाईथी। इस पर ग्रामीणों को अधिक परेशानी उठानी पड़ी।
लाइन मैन का पता नहीं डिस्कॉम ने गांव अजीत में जिस लाइनमैन को नियुक्त कर रखा है, वह पिछले कई दिनों से गायब है। गांव पहुंचे कनिष्ठ अभियंता को ग्रामीणों ने लाइनमैन पर कार्य के प्रति लापरवाही बरतने व गायब होने की शिकायत की, तब अधिकारी ने कहा कि उन्होंने कोई अवकाश स्वीकृत नहीं कर रखा है। ऐसे में लाइनमैन के गायब रहने की पोल खुद अधिकारी के सामने ही खुल गई।