रेलगाड़ी से गृहमंत्री के पहुंचने को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और जवान प्लेटफार्म के अंदर बाहर खड़े रहे। कई जवान सादी वर्दी में भी तैनात रहे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाशदान रतनू, उप अधीक्षक राजेश माथुर, बालोतरा थानाधिकारी भंवरलाल सिरवी सहित पुलिस के भारी बंदोबस्त रहा। गृहमंत्री यहां कार से नाकोड़ा तीर्थ पहुंचे। मार्ग में जगह-जगह पुलिस के जवान खड़े थे।
तीर्थ पर दर्शन पूजन कर दोपहर सवा दो बजे गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया बालोतरा बैठक में भाग लेेने के लिए नाकोड़ा से रवाना हुए। इस दौरान भूरकी नाडी सहित कुछ स्थानों पर छिप कर बैठे युवा हाथों में काला कपड़ा लेकर अचानक सड़क पर आए। काला कपड़ा दिखाते व लहराते हुए उन्होंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया तथा
आनंदपालसिंह जिदांबाद के नारे लगाए।
अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में तत्परता से आवश्यक सुविधाएं सुचारू हो- कटारिया
बाड़मेर। अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों में तत्परता से राहत कार्यो को अंजाम देते हुए आवश्यक सुविधाएं अतिशीघ्र सुचारू की जाए। अधिकारी एवं कर्मचारी पूरी संवेदनशीलता और तत्परता के साथ अपनी जिम्मेदारियों को अंजाम दें। बाड़मेर जिले में जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ बेहतरीन राहत प्रबंधन किया।
इसके लिए वे बधाई के पात्र है। आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने रविवार को बाड़मेर जिले के बालोतरा उपखंड मुख्यालय पर जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों में अब तक किए गए राहत कायोज़्ं की समीक्षा करते हुए यह बात कही। आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं सहायता गतिविधियों को लेकर बेहद गंभीर है। मुख्यमंत्री लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
16 करोड़ के राहत प्रबंधन के प्रस्ताव स्वीकृत – कटारिया
बाड़मेर जिला प्रशासन की ओर से राहत प्रबंधन के लिए 21 करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, इसमें से 16 करोड़ के प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। प्रदेश में पहली बार 48 घंटे तक मकान पानी में रहने पर प्रभावित परिवारों को 3800 रूपए की सहायता दी जा रही है। इसके अलावा जिनके मकान गिर गए है उनकी फ ोटोग्राफी करवाने के साथ 95 हजार रूपए की सहायता प्रदान की जा रही है।