कोतवाल जब्बरसिंह चारण ने बताया कि सुरा में कार्यरत राजस्व विभाग के भू-अभिलेख निरीक्षक तेजपालसिंह पुत्र हीरसिंह ने रिपोर्ट में बताया कि उसने पत्नी आनंदकंवर के नाम से वर्ष 2009 में 3 व 5 बीघा जमीन खरीदी।
कुछ समय बाद जमीन को बच्चों की शिक्षा के लिए बेच दी। भूमि बेचान के बाद आरोपी वकील सज्जनसिंह पुत्र हुकमसिंह ने बार-बार राजस्व, आयकर व विजीलेंस विभाग से सूचना के अधिकार के तहत सूचनाएं मांगकर झूठी शिकायत दर्ज करवाई।
ब्लैकमेल करने की नीयत से धमकियां दी। उसके बाद आरोपी सज्जनसिंह व उसके साथी रतनसिंह को दो लोगों के सामने महावीर पार्क में 50 हजार रुपए दिए। कुछ समय बाद एक लाख रुपए की और मांग की गई। लगातार नौकरी से हटवाने की धमकियां दी।
आरोपी पुलिस रिमाण्ड पर आरोपी सज्जनसिंह ग्रामीण थाना पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस ने बताया कि झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 2 लाख रुपए मांगने को लेकर मामला दर्ज हुआ था।
पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया। जहां से एक दिन के रिमाण्ड पर भेज दिया है। सज्जनसिंह सहकारी समिति व्यवस्थापक के आत्महत्या प्रकरण में भी आरोपी है।