रात को अंधेरे में सामग्री दिखाई नहीं देने से कई जने इनसे टकरा कर चोटिल हो जाते हैं। नगर परिषद के इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने से आमजन में रोष है। शहर के भीतरी व बाहरी भागों में इन दिनों बड़ी संख्या में भवन निर्माण कार्य चल रहे हैं। निर्माणकर्ताओं के स्वयं की सुविधा अनुसार एक मुश्त निर्माण सामग्री खरीदने व इसे सड़क व इसके किनारे पर डालने से हर दिन हजारों जने परेशानी उठाते हैं।
भवन निर्माणकर्ताओं के खण्डे, चीण, आसलेट, बजरी, कंकरीट, लोहा सरिया आदि अन्य जरूरत का सामान सड़क पर डाल देने से वाहन चालकों का सुख चैन छीन गया है। कई प्रभावशाली लोगों ने तो निर्माण कार्य को लेकर एक ओर से सड़क ही बंद कर दी है।
सड़क व इसके किनारे बड़ी मात्रा में पड़ी व बिखरी निर्माण सामग्री पर आवागमन को लेकर लोगों को अधिक परेशानी उठानी पड़ती है। इन मार्गों से लोग पैदल व दुपहिया वाहन लेकर जैसे तैसे गुजर जाते हैं। लेकिन चौपहिया वाहन चालकों को अधिक परेशानी उठानी पड़ती है।
वाहन लेकर गुजरने पर पत्थरों से इसके टकराने पर इसे नुकसान होता है। इस पर इन्हें बड़ी सावधानी से गुजरना पड़ता है। मार्ग में बड़ी मात्रा में पड़ी निर्माण सामग्री पर परेशानी से बचने के लिए टैक्सी चालक पहले तो चलते नहीं है। अधिक आग्रह पर चलते हैं तो घर से काफी दूर ही सवारियों को उतारते हैं।
इस पर पूरा पैसा देने के बावजूद इन्हें सामान सहित पैदल घर पहुंचना पड़ता है। भवन निर्माण कार्य वाले स्थानों के पड़ौसी संबंध खराब होने से बचने के लिए परेशानी के बावजूद चुप्पी साधे बैठे रहते हैं।
दूसरी ओर कुछ जागरूक लोग नगर परिषद में इसे शिकायत करते हैं, तो अधिकारी इस पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं। शहर में लंबे समय से इस स्थिति पर आमजन का सुख चैन छीन गया है। नगर परिषद के भवन निर्माणकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही नहीं करने से आमजन में रोष है।
मार्ग भी बंद नगर में जगह-जगह चल रहे भवन मरम्मत व निर्माण कार्यों पर सड़कों पर बड़ी मात्रा में निर्माण सामग्री पड़ी है। कई मौहल्लों में लोगों ने मार्गतक बंद कर दिए हैं। इस पर हर दिन परेशानी उठाते हैं। नगर परिषद सुनवाई व कार्रवाई दोनों नहीं कर रही है।
– विक्रमसिंह
हो सख्त कार्रवाई नगर में भवन निर्माणकर्ताओं के मनमाने रवैये पर हर दिन हजारों परेशानी उठाते हैं। रात्री में निर्माण सामग्री दिखाई नहीं देने पर कई जने इससे टकराकर चोटिल होते हैं। नगर परिषद इनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें। इससे आसानी से आवागमन कर सके।
– जितेन्द्र गहलोत