यह बोली छात्राएं
बेटियां नहीं सुरक्षित इन दिनों दो घटनाओं ने बाड़मेर को बदनाम कर दिया है। मासूम के साथ दरिंदगी हुई है। बेटियां सुरक्षित नहीं है। पुलिस-प्रशासन सख्त कदम उठाकर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए।- तनुजा चारण, छात्रसंघ अध्यक्ष
बेटियां नहीं सुरक्षित इन दिनों दो घटनाओं ने बाड़मेर को बदनाम कर दिया है। मासूम के साथ दरिंदगी हुई है। बेटियां सुरक्षित नहीं है। पुलिस-प्रशासन सख्त कदम उठाकर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए।- तनुजा चारण, छात्रसंघ अध्यक्ष
पुलिस की लापरवाही बालिका के साथ रॉय कॉलोनी रोड पर दिनदहाड़े छेड़छाड़ हुई, इसके बाद बालिका ने हिम्मत दिखाते हुए आरोपियों को पकड़ा दिया। इस तरह की घटनाओं के बाद भी पुलिस गश्त की सख्ती नहीं दिख रही। – अमीशा भाटी, छात्रा
मुंहतोड़ जवाब दें
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ऐसे छिछोरों को जबाव देने के लिए बेटियां खुद सक्षम बन जाएं तो कोई सामने देखने की हिम्मत नहीं करेगा। दो दिन पहले चौराहे पर कार रुकवाकर बदमाशों को पकड़वाया था, उस तरह बेटियां खुद ऐसी हरकतों का सामना कर मुंहतोड़ जबाव दे।
– सोनू, छात्रा समाज आगे आए
ऐसी घटनाओं के बाद समाज स्तर पर जागरूकता जरूरी है। बेटियों के साथ छेड़छाड़, दुष्कर्म व हत्या जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। यह मुद्दा समाज के लिए चिंतनीय है। हमें आगे आकर ऐसी घटनाओं का विरोध करना होगा। पुलिस ऐसे मामलों में सख्ती बरते अन्यथा बेटियां अपनी सुरक्षा को लेकर सड़कों पर उतर आएंगी।
ऐसी घटनाओं के बाद समाज स्तर पर जागरूकता जरूरी है। बेटियों के साथ छेड़छाड़, दुष्कर्म व हत्या जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। यह मुद्दा समाज के लिए चिंतनीय है। हमें आगे आकर ऐसी घटनाओं का विरोध करना होगा। पुलिस ऐसे मामलों में सख्ती बरते अन्यथा बेटियां अपनी सुरक्षा को लेकर सड़कों पर उतर आएंगी।
– मूली चौधरी, जिलाध्यक्ष, महिला कांग्रेस बाड़मेर