पिछले दिनों जोधपुर में 20 लाख के साथ साक्षात्कार में रिश्वत का लेन-देन करने वाले दलाल पकड़े गए। इन सब घटनाओं ने राज्य को प्रशासनिक अधिकारी उपलब्ध करवाने वाली सर्वोच्च संस्था की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है।
परीक्षा की तैयारी करने वाला सामान्य विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों में निराशा व्याप्त है। इन सब परिस्थितियां से सरकार और उसके प्रशासन की विश्वसनीयता के लिए आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 की संपूर्ण प्रक्रिया की न्यायिक जांच कर जिम्मेदार दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।