छतरी के नीचे लिखे शिलालेख के अनुसार सम्वत 1843 में इसे बनाया गया था। डिस्कॉम के छतरी के एकदम आगे विद्युत ट्रांसफार्मर खड़ा करने से इसके ऊपर जाने का रास्ता बंद हो गया है।
छतरी के दर्शन-पूजन करने पहुंचने वाले लोग ट्रांसफ ार्मर के नीचे से होकर गुजरते हैं अथवा उन्हें साइड से होकर बगैर सीढिय़ों के चढऩा पड़ता है। इससे हरदम दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहता है।
ये भी पढ़े सड़क क्षतिग्रस्त, वाहन चालक परेशान बाड़मेर. शिव-जोरानाडा सड़क क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों के साथ वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी हो रही है।
ग्रामीण ठाकरनाथ जोगी ने बताया कि जोरानाडा के लिए करीबन 15 वर्ष पूर्व सड़क बनाई थी जो जो वर्तमन में पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
कई स्थानों पर डामर का नामोनिशान मिटने के साथ कंक्रीट भी बिखर गई है। इससे कई बार दुपहिया वाहन चालक फिसलने से चोटिल भी हुए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई बार प्रशासनिक अधिकारियों के साथ विभागीय अधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन सड़क नहीं सुधरी।