चुनावी वर्ष में प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए किसानों के 50 हजार रुपए तक के ऋण को माफ करने की घोषणा की थी। सरकार के इस निर्णय पर प्रदेश के लाखों किसानो के चेहरे खुशी से खिल उठे थे। घोषणा किए कई माह बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक किसानों का ऋण माफ नहीं किया।
चाहिए 300 करोड़, दिए 20 करोड़- जिले की 282 ग्राम सेवा सहकारी समितियों से दो लाख से अधिक किसान जुड़े हुए हंै, जिन्हें रबी व खरीफ फसल का ऋण वितरित किया जाता है। प्रदेश सरकार की घोषणा पर जिले के करीब 2 लाख 11 हजार किसान लाभवान्वित होने हैं। इनके लिए करीब 300 करोड़ रुपए की जरूरत है, लेकिन सरकार ने अभी तक मात्र 20 करोड़ ही उपलब्ध करवाए हंै। शेष राशि कितने दिन बाद उपलब्ध करवाई जाएगी, यह कोई निश्चित नहीं है। इस पर ऋण माफी का इंतजार कर रहे किसानों को कुछ समय ओर इंतजार करना पड़ेगा, यह तय है।
हजारों के हाथ लगेगी निराशा- प्रदेश सरकार के 50 हजार रुपए तक ऋण माफी की घोषणा पर राज्य भर के किसान खुशी से फूले नहीं समा रहे हंै। पिछले कई माह से वे ऋण माफी की बाट जा रहे हैं, लेकिन सरकार के एक नए फैसले से अकेले बाड़मेर जिले के 8 से 10 हजार किसानों को निराश होना पड़ेगा। जानकारी अनुसार सरकार ने आयकर दाता, व केन्द्र, प्रदेश सरकार के पेंशनर, एवं 30 सितम्बर 2017 तक के बकाया ऋणदाता किसानों का ऋण माफ नहीं करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सरकार ने कॉपरेटिव बैंकों को ऐसे किसानों की नेगेटिव सूची बनाने व इसमें शामिल किसानों का ऋण माफ नहीं करने के निर्देश दिए हैं।