नगर परिषद ने वर्ष 2011 में गडरा सर्कल के पास स्थित अरिहंत नगर के पीछे महाराणा प्रताप व सिद्धार्थ नगर नाम की दो कॉलोनियां प्रस्तावित कर आवंटन प्रक्रिया शुरू की थी। यहां नगर परिषद ने करीब 80 लाख रुपए का टेण्डर जारी कर सड़कों का निर्माण करवाया। साथ ही कॉलोनियों को विकसित करने के लिए वर्ष 2013 में आवंटन प्रक्रिया शुरू की गई। उसके बाद अधिकारियों की अनदेखी के चलते यह प्रोजेक्ट महज कागजी रह गए। फिलहाल दोनों कॉलोनियां कचरा पाइंट बन गई हैं। वहीं एक कॉलोनी में अवैध कब्जे हो रहे हैं।
नगर परिषद की अनदेखी, कचरे से अटी सड़कें
भू-माफिया व जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत कहें या अनेदखी। कुछ भी हो, लेकिन यहां एक कॉलोनी परिसर व सड़क मार्ग के दोनों किनारे जानबूझकर कचरा खाली करवाया गया है। ऐसे में यह कॉलोनी कचरा पाइंट बन गई है। साथ ही कॉलोनियों के पास जिम्मेदारों की शह पर कार्मिक कचरा व मृत पशु यहां डाल रहे हैं।
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एक नजर कॉलोनियों पर
महाराणा प्रताप – 14 बीघा जमीन- 70 भूखण्ड
सिद्धार्थ नगर – 11 बीघा जमीन – 40 भूखण्ड
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