दोपहर बारह बजे जिला परिषद सभागार में जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का स्वागत हुआ। सीईओ मोहनदान रतनू ने बैठक की कार्यवाही प्रस्तुत की। इस दौरान उप जिला प्रमुख खेताराम ने कहा कि जो कार्य मनरेगा के तहत प्रस्तावित किए गए है, इसमें जिला परिषद सदस्यों को पूछा क्यों नहीं? इस पर जिला परिषद सदस्य नरपतराज मूंढ ने कहा कि पंचायत समिति बैठक में हमें बुलाया तक नहीं? यह तरीका ठीक नहीं है। इस पर सीईओ ने सभी विकास अधिकारी को पांबद किया। साथ ही पंचायत समिति बैठक में जिम्मेदार अधिकारियों को बुलाने के लिए पाबंद किया। विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के नवीनीकरण को लेकर काफी कार्य स्वीकृत हुए है। साथ ही अगले बजट में बाड़मेर को सड़क निर्माण के लिए विशेष बजट मिलेगा। नई ग्राम पंचायत व पंचायत समिति के भवन निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू कर नरेगा से जोड़े।
जिला प्रमुख ने कहा-संतोषजनक जवाब दो
बैठक में जिले भर की क्षतिग्रस्त सड़कों का मामला हावी रहा। काफी देर तक क्षतिग्रस्त सड़कों पर हंगामा चलता रहा। रूपसिंह, नरपतराज मूढ़, खेराजराम, प्रधान शम्मा बानो, महेन्द्र जाणी, बिजलाराम ने सड़कों के मुद्दे उठाए। इस दौरान एक्सईन ने जबाव दिया कि काम तो कर रहे है, मैं तो अभी आया हूं। इस पर जिला प्रमुख भड़क गए और उन्होंने कहा कि कब आया हूं, कब नहीं? संतोषजनक जबाव दें। इस पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता ने कहा कि मेरे पास स्टाफ कम है, फिर भी दावा करता हूं, अब समस्या नहीं रहेगी। जहां समस्या है, वहां मैं खुद जाकर काम करूंगा।
नेताओं की तरह नहीं करें व्यवहार
सदस्य गफूर अहमद ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं पर अंधिकाश अफसर गोलमाल जबाव देते है। यह तरीका ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह नेता लोग जबाव देते है, वैसे अफसर जबाव नहीं दें। जनता का काम करें। इस पर विधायक जैन ने कहा कि आप भी नेता है।
सदस्यों ने कहा कि कई ग्राम सेवकों की ट्रांसफर हो गई, फिर भी रिकॉर्ड ट्रांसफर नहीं कर रहे है। इस पर सीईओ ने सभी विकास अधिकारी को पाबंद किया। साथ ही एफ आइआर दर्ज करवाने के निर्देश जारी हुए। इस दौरान रूपसिंह ने कहा कि ऐसे लोगों को राजनीतिक सरंक्षण मत देना।
पेजयल संकट गंभीर, विभाग के पास कुछ नहीं
सदस्य खेराजराम ने कहा कि नर्मदा नहर प्रोजेक्ट के तहत पानी नहीं पहुंच रहा है। बालोतरा में हालात खराब है। विधायक हमीरसिंह ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत सिणधरी व सिवाना में हालात खराब है, लेकिन विभाग के पास तो न तो बोल्ट है और न ही कोई संसाधन है। ऐसे में क्या काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं विधायक कोष से बजट देने के लिए तैयार हूं, लेकिन काम करो। प्रधान शम्मा बानो ने कहा कि जलदाय विभाग की 224 स्कीम जनता के भरोसे चल रही है।
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यह मुद्दे छाए रहे
– मनरेगा कार्यों में गुणवत्ता का नहीं रखा जा रहा ख्याल
– टांका निर्माण में कुशल मजदूरों की मजदूरी अटकी
– मनरेगा में टांकों की तरह हो बैरियों का निर्माण
– मनरेगा में कच्चे की बजाय हो ज्यादा पक्के कार्य
– बालोतरा क्षेत्र में मनरेगा कार्य लंबित
– मनरेगा में 100 दिन की जगह किए जाएं डेढ़ सौ दिन
– ग्राम पंचायतों में रोलर नहीं, फिर भी उठ रहा भुगतान
– नर्मदा नहर प्रोजेक्ट अधरझूल
– बिजली बिल रिडिंग में फर्जीवाड़ा
– सवाऊ पदमसिंह में कर रहा चिकित्सक लापरवाही
– दूषित हो रहा पर्यावरण, लूणी नदी के हालात खराब
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