भारत-पाक की सांझी संस्कृति धाट परम्परा अनुसार हैंडीक्राफ्ट और कशीदाकारी देश-विदेश में काफी विख्यात है। यहां का बना माल जैसलमेर, जयपुर, उदयपुर सहित देश के अन्य पर्यटन स्थलों तथा विदेशों तक पहुंता है। वहीं इसे बनाने वालों को नाम मात्र का ही रोजगार मिल पाता है। कशीदाकारी लघु उद्योग को खादी ग्रामोद्योग से जोड़ा जाए तो कई मजदूरों को अच्छा रोजगार मिल सकता है।
ये हैं क्षेत्र के मुद्दे – नर्मदा नहर से पाइप लाइन का कार्य शीघ्र पूर्ण करवा लोगों को पेयजल उपलब्ध करवाएं। – साधारण रेल का दूसरा फेरा व बन्द रोडवेज फिर शुरू हो।
– गडरारोड में महाविद्यालय व बालिका आवासीय छात्रावास बने।
– डीएनपी क्षेत्र के लोगों को बिजली-पानी सहित मिले मूलभूत सुविधाएं।
– इंदिरा गांधी नहर को बॉर्डर क्षेत्र तक पहुंचाया जाए। – तहसील स्तर पर दमकल तथा 108 एम्बुलेंस मिले।
– कस्बे में दुरुस्त हो सफाई व गंदे पानी निकासी की व्यवस्था।
– इंदिरा गांधी नहर को बॉर्डर क्षेत्र तक पहुंचाया जाए। – तहसील स्तर पर दमकल तथा 108 एम्बुलेंस मिले।
– कस्बे में दुरुस्त हो सफाई व गंदे पानी निकासी की व्यवस्था।
– मृत पशुओं को भी तुरंत हटाया जाए।
– सुलभ कॉम्पलैक्स बने। – खिलाडिय़ों के लिए मैदान की हो व्यवस्था फैक्ट फाइल
28 ग्राम पंचायत 108710 जनसंख्या
603500 पशुधन 10 हजार है कस्बे की आबादी
– सुलभ कॉम्पलैक्स बने। – खिलाडिय़ों के लिए मैदान की हो व्यवस्था फैक्ट फाइल
28 ग्राम पंचायत 108710 जनसंख्या
603500 पशुधन 10 हजार है कस्बे की आबादी
डीएनपी का समाधान नहीं
पाक विस्थापित परिवार आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। चुनाव के दौरान दिखने वाले लोग अक्सर बादमें नहीं दिखते। डीएनपी क्षेत्र को लेकर कोई समाधान नहीं हो रहा है।- शैतानसिंह सोढा, ग्राम बिजावल
पाक विस्थापित परिवार आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। चुनाव के दौरान दिखने वाले लोग अक्सर बादमें नहीं दिखते। डीएनपी क्षेत्र को लेकर कोई समाधान नहीं हो रहा है।- शैतानसिंह सोढा, ग्राम बिजावल
गंदगी, बारिश का पानी नहीं निकलता कस्बे में गंदगी के ढेर लगे हैं, बारिश के पानी की भी निकासी व्यवस्था नहीं है। चारों ओर मुख्य सड़क पर झाडिय़ां फैली हैं। इससे वाहन चालकों को परेशानियां होती है, वहीं आवारा पशुओं की धमाचौकड़ी मची रहती है। – चमन भूतड़ा, ग्रामीण, गडरारोड
दम तोड़ रही बालिका उच्च शिक्षा
सभी ग्राम पंचायत स्तर पर उच्च माध्यमिक विद्यालय खोले गए, लेकिन जिला मुख्यालय से नजदीक कोई कॉलेज नहीं है। ऐसे में बालिका उच्च शिक्षा तो दम तोड़ रही है। यहंा बालिका छात्रावास व महाविद्यालय की महती आवश्यकता है। – उत्तमाराम खुडानी, ग्रामीण
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सभी ग्राम पंचायत स्तर पर उच्च माध्यमिक विद्यालय खोले गए, लेकिन जिला मुख्यालय से नजदीक कोई कॉलेज नहीं है। ऐसे में बालिका उच्च शिक्षा तो दम तोड़ रही है। यहंा बालिका छात्रावास व महाविद्यालय की महती आवश्यकता है। – उत्तमाराम खुडानी, ग्रामीण
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