– मजदूरों को होगी दोहरी मार मालाणी एक्सप्रेस में अंधिकाश मजदूर वर्ग के लोग सस्तें दामों में यात्रा करते है। मालाणी बंद होने पर मजदूरों को दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। – कोशलाराम, युवा
– सुलभ व सस्ती रोक नहीं हो बंद मालाणी एक्सप्रेस में प्रतिमाह लाखों लोग यात्रा करते है। यह रेल सुलभ और सस्ती है। इसका संचालन बंद होना बाड़मेर के साथ अन्याय होगा। – देवेन्द्र थोरी
– अव्यवहारिक निर्णय सरकार ने अव्यवहारिक निर्णय लेकर मालाणी एक्सप्रेस को बंद किया है। इसका सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। अन्यथा मालाणी एक्सप्रेस को बंद नहीं करें। – विजयसिंह – संख्या बढ़ाने की बजाय कम रहे है
बाड़मेर में रेलों की संख्या बढ़ाने की जरुरत है। जबकि सरकार जो संचालित हो रही, उन रेलों को बंद कर रही है। यह सरासर गलत है। – गजेन्द्र खत्री – मण्डोर के साथ मालाणी आवश्यक
बाड़मेर जिले में रिफाइनरी के साथ विकास के आयाम बढ़ रहे है। अब मालाणी के साथ मण्डोर एक्सप्रेस की जरुरत है। इसलिए मालाणी को बंद करना उचित कदम नहीं है। – जेठमल सोनी
– विस्तार होना चाहिए रेल सुविधाओं का विस्तार के लिए पुरजोर बाड़मेरवासी मांग करेंगे। मालाणी को बंद करना बाड़मेर के साथ अन्याय है। यह सीमावर्ती क्षेत्र है। यहां रेल सुविधाएं होना जरुरी है।
– सत्ताराम – बड़े स्तर आंदोलन करेंगे बाड़मेर-दिल्ली के बीच चलने वाली मालाणी एक्सप्रेस के बंद करने के निर्णय का बाड़मेर वासी बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। मालाणी एक्सप्रेस से कई यात्रियों का आना-जाना रहता है।
– हरीशकुमार – थार की पहचान मालाणी मालाणी एक्सप्रेस थार की पहचान है। इसे बंद करना उचित नहीं है। थारवासी इसका विरोध करते है। सरकार मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने का निर्णय वापस लें।
– मनीष कुमार – जनप्रतिनिधि आगे आए रेल बंद करने के मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधि आगे आए। एक जुट होकर जनप्रतिनिधि व सरकार के मंत्री मालाणी के बदं होने के निर्णय का विरोध करें।
– दीपक – बाड़मेर के साथ धोखा मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने का निर्णय बाड़मेर की जनता के साथ धोखा है। मण्डोर एक्सप्रेस बाड़मेर के लिए असुविधाजनक है। महत्वपूर्ण रेल सेवा को बंद नहीं किया जाए।
– राणाराम