दो दिन पहले की घटना
गुरुवार देर रात को बाड़मेर-यशवंतपुर रेलगाड़ी से कट कर खेड़ निवासी राजूराम (34) पुत्र भंवराराम भाट की मौत हो गई थी। बताया जाता है कि उस वक्त यह नाबालिग साथ में थी। यह रेल के आगे कूदने से पहले पीछे खिसक गई थी। दोनों का प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। इधर, मृतक राजूराम के परिजनों ने नाबालिग युवती के परिजनों पर हत्या का मामला दर्ज करवाया था।
आश्रय स्थल पर सवालिया निशान
नाबालिग को पुलिस ने परिजनों को सुपुर्द नहीं किया था। इसको हत्या के मामले में नामजद होने के कारण आश्रय स्थल पर रखा गया। बताया जाता है यह आश्रय स्थल नगर परिषद का है, जिसका संचालन एक एनजीओ कर रहा है। जहां पर से कोई भी आकर ठहर सकता है। लापरवाही की इसे हद ही माना जाएगा कि यह मामला गंभीर था। युवक के साथ नाबालिग आत्महत्या को आने की बात सामने आई थी। यानि नाबालिग के मानसिक संतुलन को लेकर स्थिति ठीक नहीं कही जा सकती है। इसके बाद युवक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था। लिहाजा इस नाबालिग का अकेला यहां आश्रय स्थल पर रहना भी ठीक नहीं माना जा सकता है। दो दिन के मानसिक दबाव में आश्रय स्थल में रही यह युवती कब यहां से निकली इसकी परवाह भी किसी ने नहीं की। घटना के बाद में यह मामला दर्ज करवाया गया। इस पूरे प्रकरण में गंभीर लापरवाही से इंकार नहीं किया जा सकता है।
एनजीओ के खिलाफ कार्यवाही करेंगे
हमने एनजीओ को सौंप दिया। एनजीओ की लापरवाही है, कार्यवाही की जाएगी।
– हरिशंकर, पुलिस अधीक्षक