जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने पत्रिका को बताया कि कारेली नाडी में श्रमदान को लेकर पूर्व में उन्होंने स्वच्छता अभियान के तहत कार्य करने की योजना बनाई थी। लेकिन यहां पर गंदगी और कचरा बड़ी मात्रा में है। इसके लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी एमएल नेहरा को भी अवलोकन को भेजा गया। कारेली की सफाई करवाना जरूरी है। इसका पानी बहाव का क्षेत्र भी साफ हो सकता है। इसको लेकर कार्ययोजना के अनुरूप कार्य किया जाएगा। इसके लिए आगामी दिनों में श्रमदान किया जाएगा। इसमें नगरपरिषद सहित विभिन्न विभागों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कारेली विकास के लिए योजना बनाने की बात भी कही है।
कारेली के लिए आगे आएंगे भामाशाह- कारेली नाडी में श्रमदान में जेसीबी, डम्पर व ट्रेक्टर लगाकर कार्य करवाने के लिए योजना बनेगी। इसके लिए नगरपरिषद की ओर से अपने संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे। साथ ही इसमें भामाशाहों को भी जोड़ा जाएगा ताकि वे भी अपनी ओर से संशाधन उपलब्ध करवाकर इस नाडी से एक बार कचरा हटाकर यहां साफ सुथरा माहौल तैयार करें।
एक दिन में भी हो सकती है सफाई- कारेली नाडी की सफाई के लिए जरूरी नहीं कि इसको लंबा समय लगे। डम्पर, जेसीबी और अन्य संसाधन उपलब्ध हों तो निश्चित डंपिंग स्टेशन पर एक दिन में ही कचरा डाला जा सकता है। इसके लिए व्यवस्थित योजना बनाने की दरकार है। इस कार्य के लिए जो भी सफाईकर्मियों के बूते होगा वह किया जाएगा। यह पुण्य का कार्य है और इसमें सारे सफाईकर्मी साथ देंगे।
– भगवानाराम धारू, सफाई निरीक्षक नगपरिषद
सभी को जोड़कर कार्य करेंगे- कारेली नाडी के लिए सभी को साथ जोड़ा जाएगा। इसके लिए जो भी संभव होगा वह किया जाएगा। यह शहर के लिए अच्छा कार्य है और इसमें उद्यमी, ठेकेदार और समाज के विभिन्न घटकों के लोगों को जोड़ा जाएगा।
– जोगेंद्रसिंह चौहान, युवा उद्यमी