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बाड़मेर न्यू टीचिंग हॉस्पिटल में अब इएसआर मशीन से एक घंटे में होगी 180 सेम्पल की जाँच पीएमओ डॉ. बीएल मसुरिया ने कहा कि अब जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज की ओर अग्रसर है। मरीजों व आमजन को बेहतर व सुलभ चिकित्सा व
स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। सभी अधिकारियों व नर्सिंग कर्मचारियों को पूर्ण ईमानदारी के साथ आगे आना चाहिए।
कुछ अधिकारी व कर्मचारी अस्पताल में सुविधाएं होने के बावजूद भी
मरीजों को रैफर कर देते हैं। यह अस्पताल व मरीज दोनों के लिए ठीक नहीं है। अब प्रत्येक मरीज का ऑडिट होगा। बेवजह मरीज को रैफर करने पर दोषी चिकित्सकों व कर्मचारियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी।
उन्होंने बताया कि नर्सिंग कार्मिक बिना चिकित्सक सलाह उपचार नहीं करें। सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को यूनिफार्म व आईडी लगाने, वार्डों में इमरजेेंसी सामग्री पूर्ण रखने व इमरजेंसी में प्राईवेट नर्सिंगकर्मी पर रोक के लिए पाबंद किया।
अस्पताल के लेबर रूम के पास एडमिशन टिकट खिड़की शुरू करने, आईसोलेशन वार्ड व वेन्टीलेटर सुविधा शुरू करने का भरोसा दिलाया ताकि मरीज को अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले जिससे मरीज को रैफर नहीं किया जाए।
बैठक में डॉ मदन शारदा, हरीश चौहान, दिनेश परमार,रामरतन यादव, भीमराज सिंघवी, दिलीप चौधरी, जगराम मीणा, नेहा गर्ग, कमला वर्मा, गिरीश बानिया, शक्तिसिंह राजगुरू, मनीष चौधरी, प्रशांत, नर्सिंग अधीक्षक सत्ताराम कोडेचा, वरिष्ठ मेलनर्स सुरेश छंगाणी, उगराराम चौधरी, अर्जुनराव, अमृत शर्मा, अशोक कीरी, छोगालाल सोनी, सुरेन्द्र कुमार, विशनाराम जाटोल, तुलसाराम चौधरी, कर्नल शारदा सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे।