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बाड़मेर

रिफाइनरी लिखेगी बाड़मेर की तकदीर, पानी बना द्रोपदी का चीर

राज्य बजट में बाड़मेर के तेल की धार पर सरकार ने गौरव करते हुए न केवल तेल खोज के तीन नए क्षेत्र बाड़मेर में शुरू होने के संकेत दिए है साथ ही हाइड्रोकार्बन डेडिकेटेड कौशल सेंटर की सौगात पचपदरा को दी है।

बाड़मेरFeb 21, 2020 / 05:40 pm

Mahendra Trivedi

Refinery will write fate of Barmer

Refinery will write fate of Barmer

बाड़मेर. राज्य बजट में बाड़मेर के तेल की धार पर सरकार ने गौरव करते हुए न केवल तेल खोज के तीन नए क्षेत्र बाड़मेर में शुरू होने के संकेत दिए है साथ ही हाइड्रोकार्बन डेडिकेटेड कौशल सेंटर की सौगात पचपदरा को दी है। सरकार ने रिफाइनरी का कार्य तेजी से हों इसके लिए बाड़मेर में उपनिदेशक (पेट्रोलियम ) का कार्यालय खोलने की घोषणा की है।
साथ ही एचपीसीएल से समन्वय बनाते हुए तय लक्ष्य 2022 में 43129 करोड़ की रिफाइनरी पूर्ण करने का वादा दोहराया है। इधर तेल व खनिज क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने की ओर कदम बढ़ाते हुए अब इन क्षेत्र के थानों में मोबाइल पुलिस युनिट होगी और थानों को क्रमोन्नत भी किया जाएगा।
पुलिस चौकियों के सुदृढ़ीकरण का कार्य होगा। जहां रिफाइनरी से बाड़मेर की तकदीर लिखने को सरकार बेताब है वहीं बाड़मेर की सबसे बड़ी समस्या पेयजल योजनाओं को लेकर सरकार ने बड़ी घोषणा नहीं की। एेसे में चारों पेयजल योजनाएं फिर से द्रोपदी के चीर बन गई है।
किसानों के लिए सौगात

दिन में किसानों को बिजली देने से लम्बे समय से इंतजार करते काश्तकारों के लिए बड़ी राहत की बात है। जिले के सीमावर्ती सहित कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर दिन में कभी बिजली आती ही नहीं है।
बजट में किसानों को बिजली देने की घोषणा से अब दिन में खेती की सिंचाई हो सकेगी। इससे बाड़मेर जिले के लाखों किसानों को फायदा मिलेगा।

धरोहरों का निखरेगा रूप

बाड़मेर की ऐतिहासिक धरोहरों को निखारने की घोषणा पर्यटन के लिए एक तरह बूस्ट डोज साबित होगा। लम्बे समय से जिले की ऐतिहासिक धरोहरों की देखरेख नहीं होने से उपेक्षित हो रही थी।
अब उम्मीद जगी है कि धरोहरों को पुनरुद्धार होने से किराडू सहित कई स्थानों को फिर से जीवन मिलेगा। इससे बाड़मेर में पर्यटन बढऩे की उम्मीद पूरी होती नजर आ रही है।

सीवरेज में नहीं उतरेंगे सफाईकर्मी
बजट में घोषणा की गई कि नगर निकाय ये सुनिश्चित करेंगे कि सफाईकर्मी मैनुअली सीवेरज में नहीं उतरेंगे। सीवरेज सफाई के लिए आधुनिक मशीनें खरीदी जाएगी।

बाड़मेर में सीवरेज की समस्या काफी बड़ी है। यहां मशीनों आदि की सुविधाएं नहीं होने के कारण सफाई करने के लिए कार्मिकों को बिना किसी साधन मैनुअली उतरना पड़ता है। जिससे जान की जोखिम रहती है।

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