शहर कोतवाल जब्बरसिंह चारण ने बताया कि व्यवस्थापक रतनसिंह के आत्महत्या के मामले में उनके भाई ओमसिंह पुत्र रूपसिंह ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इसमें बताया कि 5-6 साल से वकील सज्जनसिंह पुत्र हुकमसिंह निवासी सरदारपुरा, रतनसिंह पुत्र वीरमसिंह निवासी लुणू खुर्द, भवानीसिंह पुत्र डूंगरसिंह निवासी चूली, शैतानसिंह पुत्र तनसिंह निवासी लुणू खुर्द व एक कथित महिला रतनसिंह को ब्लैकमेल कर अवैध वसूली करते थे। इनकी गैंग हैं। इन्होंने झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर करीब 10 लाख रुपए हड़प लिए। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के बाद मामले में आरोपी सज्जनसिंह, शैतानसिंह व भवानीसिंह को गिरफ्तार किया। प्रकरण से जुड़ा एक कथित सुसाइड नोट पुलिस को मिला है। पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट को जांच में शामिल किया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी कई महिलाओं से मृतक को फोन करवा अवैध वसूली करते थे। मांग बढऩे पर रतनसिंह ने जमीन- जायदाद बेचने का मानस बना लिया था। आरोपियों ने यौन शोषण व पोक्सो के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद मृतक मानसिक रूप से परेशान हो गया था। उसने खाना-पीना छोड़ दिया तथा आत्महत्या कर ली।
जांच अधिकारी एएसआई रावताराम ने बताया कि मृतक के मोबाइल में एक वीडियो व एक सुसाइड नोट घटनास्थल से बरामद हुआ था। उसके आधार पर जांच आगे बढ़ रही है। वीडियो में मृतक ने मरने से पहले आरोपियों से प्रताडि़त होकर आत्महत्या करने की बात कही। सुसाइड नोट में भी आरोपियों के नाम हैं।