हाल ही में राज्य सरकार ने कृषि कुओं पर कनैक्शन से रोक हटाई और डिमांड राशि लेकर कनेक्शन के आदेश दिए। किसानों से 50 रुपए के स्टांप पर लिखित में लिया जा रहा है कि वह पोल लगवाने की जिम्मेदारी खुद लेगा। किसानों को कृषि कनैक्शन की जरूरत है। इसका फायदा उठाया जा रहा है। खंभे लगाने का कार्य तकनीकी है और इसका इंतजाम खुद डिस्कॉम को करना चाहिए।
यह है शर्त
– खेत मे लगी डीपी की सुरक्षा की गारंटी किसान की रहेगी, चोरी होने की स्थिति मे उसे वहन करना होगा। – कनैक्शन के लिए लाए जाने वाले विद्युत पोल के टूट-फ ूट की जिम्मेदारी की गारन्टी का शपथ पत्र।
– विद्युत पोल अपने स्तर पर लाने के लिए किसान को शपथ-पत्र लिखित में देना पड़ता है कि वे अपने स्तर पर पोल खड़े करवाना चाहता है।
– अब किसानों को स्वयं स्टोर से लाकर खंबे खड़े करने होंगे
– खेत मे लगी डीपी की सुरक्षा की गारंटी किसान की रहेगी, चोरी होने की स्थिति मे उसे वहन करना होगा। – कनैक्शन के लिए लाए जाने वाले विद्युत पोल के टूट-फ ूट की जिम्मेदारी की गारन्टी का शपथ पत्र।
– विद्युत पोल अपने स्तर पर लाने के लिए किसान को शपथ-पत्र लिखित में देना पड़ता है कि वे अपने स्तर पर पोल खड़े करवाना चाहता है।
– अब किसानों को स्वयं स्टोर से लाकर खंबे खड़े करने होंगे
किसानों की मजबूरी की परीक्षा किसानों को कृषि कनैक्शन की जरूरत है। इसका फायदा उठाया जा रहा है। खंभे लगाने का कार्य तकनीकी है और इसका इंतजाम खुद डिस्कॉम को करना चाहिए। किसानों को इस झंझट में डालना ठीक नहीं है।- रणवीरसिंह भादू, अध्यक्ष अनार उत्पादक संघ, बाड़मेर
नई नीति है
नई नीति के अनुसार किसानों को अपने स्तर पर विद्युत पोल ले जाकर खड़े करने होंगे। उसकी एवज में किसानों को प्रति पोल 750 वापस दिए जाएंगे। – ललित बाकोलिया, कनिष्ठ अभियंता, डिस्कॉम गडरारोड
नई नीति के अनुसार किसानों को अपने स्तर पर विद्युत पोल ले जाकर खड़े करने होंगे। उसकी एवज में किसानों को प्रति पोल 750 वापस दिए जाएंगे। – ललित बाकोलिया, कनिष्ठ अभियंता, डिस्कॉम गडरारोड