पेयजल आपूर्ति लड़खड़ाई – कस्बे में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से लडख़ड़ाई हुई है। सात-आठ दिन से जलापूर्ति होती है। हर दिन पानी के लिए तरसना पड़ता है। – लेहरो देवी
सुनवाई नहीं हो रही- कस्बे में लंबे समय से पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बिगड़ी हुई है। अधिकारी सुनवाई ना समाधान कर रहे हंै। इस पर बूंद-बूंद पानी को मोहताज हो गए हैं। – गीतादेवी सेवग
सुनवाई नहीं हो रही- कस्बे में लंबे समय से पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बिगड़ी हुई है। अधिकारी सुनवाई ना समाधान कर रहे हंै। इस पर बूंद-बूंद पानी को मोहताज हो गए हैं। – गीतादेवी सेवग
पेयजल व्यवस्था सुधारें-गर्मी की शुरुआत में ही पेयजल व्यवस्था बिगड़ी हुई है। भीषण गर्मी में इससे बुरे हाल होंगे, यही सोच घबराए हुए हंै। विभाग आपूर्ति व्यवस्था सुधारें। – पिंकीदेवी बुरड़