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बाड़मेर

जहां लड़ा गया 1971 का ऐतिहासिक युद्ध,वहां बने बॉर्डर टूरिस्ट प्वाइंट

– मुनाबाओ में बने बॉर्डर टूरिस्ट प्वाइंट- आसपास में भी है पर्यटन की खूब संभावनाएं

बाड़मेरApr 18, 2022 / 11:49 am

Ratan Singh Dave

जहां लड़ा गया 1971 का ऐतिहासिक युद्ध,वहां बने बॉर्डर टूरिस्ट प्वाइंट

जहां लड़ा गया 1971 का ऐतिहासिक युद्ध,वहां बने बॉर्डर टूरिस्ट प्वाइंट


बल्र्ब- 1971 का युद्ध। भारत के पराक्रम की पराकाष्ठा। पाकिस्तान के दांत खट्टे करना और सौ किमी भीतर तक पहुंचकर छाछरो फतेह करना। धोरों की यही धरती गडरारोड़ और इसका इलाका और उधर से बाखासर से भारतीय सैनिक चले थे और युद्ध का शंखनाद और विजय की पताका लहराने का इतिहास लिखकर लौटे, समझौता न हुआ होता तो सिंध हमारे पास होता। इस जमीन को देखने के लिए टूरिस्ट को बुलाया जा तो शर्तिया यहां शौर्य की गाथा सुनकर रोंगटे खड़े होंगे। बॉर्डर टूरिज्म की बढ़ती संभावना में अब मुनाबाओ का नाम शीर्ष पर आने की दरकार है।
बाड़मेर पत्रिका.
पश्चिमी सीमा पर बॉर्डर टूरिज्म के विकास को लेकर नई आस जगी है। गुजरात के नाडाबेट और जैसलमेर के बबलियान पोस्ट पर बन रहे बॉर्डर व्यू प्वाइंट के बाद अब बाड़मेर के मुनाबाव की पैरवी भी तरीके से हों तो आने वाले समय में बॉर्डर टूरिज्म की विपुल संभावनाएं खोलेगा।
बॉर्डर टूरिज्म को लेकर सीमांत इलाकों में बन रहे व्यू प्वाइंट ने मुनाबाओ की उम्मीदें भी बढ़ाई है। बॉर्डर का यह सबसे चर्चित रेलवे स्टेशन 1965 व 1971 के युद्ध का गवाह रहा है। 17 रेलकर्मियों के शहीद होने की स्थली गडरारोड़ मुनाबाव के अदम्य साहस और वीरता की कहानी कहती है और रातों-रात खाली होकर बसा गडरारोड़ कस्बा भी यहां की खासियतों में है।
मुनाबाओ की यह खासियत
– अंतरर्राष्ट्रीय रेलवे स्टेशन मुनाबाओ
– ढाट राधाकृष्ण मंदिर गडरारोड़
– रोहिड़ी के धोरे
– रेलवे शहीद स्मारक गडरारोड़
– रेगिस्तान का विशाल इलाका
– बेरियों से पानी निकासी
– डीएनपी क्षेत्र का इलाका
बीएसएफ भेजे प्रस्ताव
बाड़मेर में बॉर्डर व्यू प्वाइंट को लेकर बीएसएफ की ओर से प्रस्ताव भेजा जाए तो केन्द्र सरकार की ओर से इस पर गौर किया जा सकता है।गौरतलब है कि वाघा बॉर्डर पर टूरिज्म बढऩे के बाद अब बॉर्डर टूरिज्म को लेकर बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, श्री गंगानगर सहित गुजरात सीमा तक ऐसे प्वाइंट बनाने की योजना केन्द्र में है।
जैसलमेर: बबलियान पोस्ट
विख्यात देवीस्थल तनोटराय मंदिर से करीब 18 किलोमीटर की दूरी पर भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित सीमा सुरक्षा बल की बबलियान पोस्ट को आगामी अर्सेसे देशी-विदेशी सैलानियों के लिए खोले जाने की तैयारियां अब अंतिम दौर में हैं। प्रत्येक सैलानी ऑनलाइन या ऑफलाइन जरिए से सीमा का दर्शन कर सकेगा और पंजाब में अमृतसर के पास जैसे वाघा बॉर्डर पर रिट्रिट सेरेमनी होती है, कुछ वैसी ही जैसलमेर आने वाले सैलानियों को भी देखने को मिलेगी। प्रशासन व सीसुब के प्रयासों को केंद्र सरकार के नीति आयोग ने भी स्वीकृति दी और जरूरी धनराशि भी जारी की। एक अनुमान के अनुसार सुविधाजनक ढंग से बॉर्डर टूरिज्म शुरू होने से ही जैसलमेर में पर्यटकों की संख्या में कम से कम 20 प्रतिशत का इजाफा हो जाएगा।
गुजरात :नाडाबेट
गृहमंत्री अमित शाह ने बनासकांठा के नाड़ाबेट में व्यूपॉइंट (सीमा दर्शंन) का उद्घाटन किया। नडाबेट गुजरात का पहला बॉडज़्र पॉइंट है जहां फोटो गैलरी होगी और हथियारों और टैंकों का प्रदशज़्न किया जाएगा। गुजरात राज्य के बनासकांठा जिले के नडाबेट में भारत-पाक सीमा पर व्यूप्वाइंट दर्शनीय स्थल बनाया गया है जिसे रविवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने उद्घाटन किया है।

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