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लोकसभा चुनाव : शादियों के सीजन पर भारी पड़ रहा चुनावी सीजन

locationबड़वानीPublished: May 14, 2019 10:57:02 am

बसों, स्कूल बस, छोटे वाहनों सहित लोडिंग वाहनों का हो रहा अधिग्रहण, चुनाव के ठीक पहले शादियों की भरमार, नहीं मिल रही बसें

Acquisition of vehicles in Lok Sabha elections

Acquisition of vehicles in Lok Sabha elections

बड़वानी. लोकसभा चुनाव में 500 से ज्यादा छोटे बड़े वाहनों का अधिग्रहण होना है। जिसके चलते शादियों के लिए वाहनों का मिलना मुश्किल हो रहा है। मतदान के ठीक पहले 16-17-18 मई को जिले में कई वैवाहिक आयोजन होने है। बारातों के लिए पहले से बसों की बुकिंग करा चुके लोगों के लिए अब नई परेशानी खड़ी हो गई है। बसों के अधिग्रहण होने से बस ऑपरेटर्स के सामने शासन को बस दे या बुकिंग वालों को ये समझ नहीं आ रहा है। बसों के अधिग्रहण और बारातों में बसों के लगने से शुक्रवार से सोमवार तक बस स्टैंड पर यात्रियों की भी परेशानी बढ़ेगी।
प्रशासन ने बसों के अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू करते हुए बस ऑपरेटर्स को इसकी सूचना दे दी है। 16 मई से वाहनों को खड़े करवाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। पोलिंग बूथों पर इवीएम, अधिकारियों, कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों को ले जाने और वापस लाने की कार्रवाई 20 मई तक चलेगी। जिसके चलते सर्वाधिक अधिग्रहण बसों का हो रहा है। प्रशासन को कुल 484 वाहन लगने है। जिसमें 136 यात्री बसें, 100 स्कूल बसें और 141 छोटे चार पहिया वाहन व 6 ट्रक शामिल है। सबसे ज्यादा परेशानी यात्रियों के लिए होगी। फिलहाल शादियों का सीजन चल रहा है, जिसके कारण यात्री बसों में सबसे ज्यादा भीड़ जा रही है। 16 से 21 मई तक छह दिन बस स्टैंड पर यात्री बसों की कमी रहेगी। जिसका असर यात्रियों पर पड़ेगा।
निजी यात्री बस एसोसिएशन अध्यक्ष महेश बर्मन ने बताया कि पुलिस=प्रशासन द्वारा चुनावों में बसों के अधिग्रहण में सख्ती दिखाई जाती हैं, लेकिन कार्य संपन्न होने के कई माहों तक भुगतान के लिए दौड़ाया जाता है। गत विधानसभा चुनाव में 300 बसों को उपयोग में लिया था, लेकिन आज तक भुगतान नहीं हुआ। इसके लिए कई बार कलेक्टोरेट में ज्ञापन सौंप चुके है। वहीं इन दिनों लगनसरा का मुर्हुत होने से बारातों में बसों की बुकिंग चली रही हैं और रूटिन बसों में भी सवारियां भी अच्छी मिल रही है। चुनाव में तीन-चार दिन दुगुना नुकसान उठाना पड़ेगा। वहीं निर्वाचन में तैनात शासकीय कर्मियों को भत्ता मिल जाता हैं, जबकि अधिग्रहित वाहनों के चालक-क्लीनर को भुगतान तो दूर भोजन तक नसीब नहीं होता।
314 बसें रोकेगा परिवहन विभाग
प्रभारी परिवहन अधिकारी रितू अग्रवाल ने बताया कि 19 मई को मतदान होना है। इस दौरान पोलिंग पार्टियों को बूथों तक पहुंचाने और वहां से वापस लाने सहित अधिकारियों एवं पुलिस बल भ्रमण करने के लिए जिलेभर में 314 बसों का अधिग्रहण किया जाएगा। 100 के लगभग इसमें स्कूल बसें भी शामिल होंगी। 16 मई की सुबह से वाहनों को अधिग्रहित कर खड़ा करने की कार्रवाई शुरु कर दी जाएगी। मतदान पश्चात बसों को 20-21 मई तक छोड़ा जाएगा।

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