कुछ माह से लग रहा था कि अब कोरोना वायरस गया, लेकिन अब कोरोना वायरस की वापसी होने लगी है। कुछ राज्यों में चौथी लहर की आहट भी शुरू हो गई है। वैसे बड़वानी जिला महाराष्ट्र सीमा से सटा होने से कोरोना संक्रमण मामले में अधिक संवेदनशील रहा है। वहीं तीसरी लहर थमने के बाद जिले में कोरोना सैंपलिंग लगभग नगण्य स्थिति में पहुंच गई है। प्रतिदिन जनसंपर्क से जारी होने वाले आंकड़े भी अब बुलेटिन से गायब हो चुके है। साथ ही पाबंदियां हटने से रोकटोक बंद होने से जनजीवन से कोरोना के बचाव के नियम भी गायब हो चुके है।
कोविड वैक्सीनेशन की रतार भी धीमी
कोरोना संक्रमण अधिक फैलने के बाद पिछले वर्ष से कोरोना वैक्सीनेशन की रतार बढ़ी थी। पहला टीकाकरण शतप्रतिशत के करीब लग चुका हैं। वहीं द्वितीय डोज के बाद लगने वाले बूस्टर डोज को लेकर लोगों को जागरुकता का अभाव साफ नजर आ रहा है। संक्रमण थमने पर लोगों की वैक्सीनेशन की ओर रुचि खत्म हो गई है। हालांकि चौथी लहर के मद्देनजर शासन द्वारा 12 से 14 आयु वर्ग के साथ अब पांच वर्ष से अधिक बच्चों के टीकाकरण की ओर प्रयास किए जाने लगे हैं।
कोरोना की पहली व दूसरी लहर की त्रासदी के बाद आखिर तीसरी लहर के दौरान शासनप्रशासन के प्रयासों से जिला अस्पताल में कोविड आईसीयू, ऑक्सीजन प्लांट सहित कई संसाधनों की सुविधा मिल चुकी है। बहरहाल चौथी लहर के मद्देनजर बच्चों का नया एसएनसीयू व आईसीयू तैयार है। वहीं ढाई सौ से अधिक ऑॅक्सीजन युक्त बेड तैयार है।
सतर्क रहने की जरूरत
कोरोना की चौथी लहर को लेकर कोई खास दिशानिर्देश नहीं आए है। सैंपलिंग बढ़ाने के प्रयास जारी है। अभी जिले में कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है। तीसरी लहर लगभग खत्म हो चुकी है। फिर भी जनजीवन को कोरोना से सर्तक रहने की जरुरत है।
–डॉ. लक्ष्मी माहोर जिला महामारी अधिकारी
मच्छरों को रोकने के लिए अभियान चलाया जाएगा
बारिश पूर्व जून माह मलेरिया निरोधक माह के रूप में मनाया जाएगा। वहीं बारिश में जल जमाव व मच्छरों को रोकने का अभियान चलाया जाएगा। वैसे जनजीवन में जागरुकता आने से अब मच्छर जनित रोग लगभग कम हो गए है।
–वसीम शेख मलेरिया अधिकारी
इधर कोरोना काल में गायब हुआ मलेरिया
कोरोना संक्रमण काल में जन जागरुकता बढ़ने से जनजीवन से मच्छर जनित रोग लगभग खत्म हो चुके है। बीते तीन वर्ष की बात करे तो इस दौरान जिले में मलेरिया के सिर्फ 15 मरीज मिले हैं। इसमें वर्ष 2020 में 9 और बीते वर्ष 2021 में 5 केस मिले हैं। वहीं इस वर्ष चार माह में अब तक एक मात्र मलेरिया का मरीज सामने आया है। वैसे मलेरिया विभाग ने दो दिन पूर्व ही विश्व मलेरिया दिवस मनाया। इसके साथ ही बारिश के पूर्व शुरू होने वाले जागरुकता कार्यक्रमों की शुरुआत की।