बड़वानी. डोर टू डोर पानी के कैंपर पहुंचाने वाले वाहन की चपेट में आकर एक 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। मौत के बाद बच्चे के परिजनों के अलावा क्षेत्र के लोगों ने जमकर हंगामा किया। पहले थाने में लोगों की भीड़ ने जमकर हंगामा किया।इसके बाद पोस्टमार्टम के बाद लोग वाहन मालिक के घर शव लेकर जाने लगे तब पुलिस ने हल्का बलप्रयोग किया। इससे नाराज कुछ लोगों ने पत्थर भी फेंके। इससे स्थिति बिगड़ गई और पुलिस ने लोगों को जमकर दौड़ाया। हालांकि प्रशासन ने पांच हजार रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की इसके बाद लोगों को समझाईश देकर मामला शांत कराया। मामले के मुताबिक दोपहर करीब साढ़े तीन बजे चूना भट्टी, भीलखेड़ा रोड पर वाटर कैंपर लेकर निकल रहे वाहन की चपेट में अरविंद पिता नानूराम(10) आ गया। पहिया उसके सिर पर से गुजर गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसा होने के बोद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। इधर क्षेत्र में भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। टीआई पीएस डामोर ने मौका मुआयना किया और वाहन को जब्त कर लिया। स्थिति को देखते हुए वहां पुलिसबल भी तैनात किया गया। पांच बहनों का इकलौता भाई रहवासियों ने बताया कि मृतक अरविंद पांच बहनों में इकलौता भाई था। जो सबसे छोटा था। भाई की मौत के बाद बहनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। जमकर हुआ हंगामा इधर शव को पोस्टमार्टम रूम में रखने के बाद क्षेत्र के लोग सीधे थाने पहुंच गए। यहां पहले जमकर हंगामा किया और आरोपी चालक को गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस ने वाहन चालक समीर को हिरासत में ले लिया। सूत्र के मुताबिक इधर वाहन मालिक अपना दूसरा वाहन लेकर थाने पहुंच गया और कहा कि जिस वाहन से हादसा हुआ है उसका बीमा नहीं है ऐसे में दूसरा वाहन जब्त कर लें। ताकि बच्चे के परिजनों को उचित मुआवजा मिल सके। पुलिस ने दोनों वाहनों को थाने में खड़ा करवा लिया है। पुलिस ने फटकारी लाठियां शव का पोस्टमार्टम होने के बाद लोगों ने शव को वाहन मालिक के घर के बाहर रखने की बात कही। इससे पुलिस अलर्ट हो गई और मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया। इससे पहले ही कई लोग वहां पहुंच चुके थे। इधर परिजन भी शव लेकर पहुंच रहे थे। ुपुलिस ने काफी समझाईश दी लेकिन लोग नहीं माने। इस पर पुलिस ने लोगों पर हल्का बल प्रयोग किया। जब पुलिस ने लाठियां फटकारी तो भगदड़ सी बची। इसी बीच किसी ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने सभी को दौड़ा। मौके पर नायब तहसीलदार एचआर असके, अजाक डीएसपी पाटीदार सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाईश दी। इसके बाद नायब तहसीलदार ने बच्चे के परिजनों को ंअंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपए की सहायता राशि देने की बात कही, इसके बाद लोग शांत हुए।