पुलिस ने मारी रेड, सैकड़ों किलो महुआ लहान किया जब्त, नर्मदा के अंदर छुपा कर रखे थे जहरीली शराब के ड्रम, पुलिस को देखकर भागे आरोपित, आठ घंटे चली कार्रवाई
बड़वानी•Feb 11, 2019 / 10:03 am•
मनीष अरोड़ा
Mother was spraying Narmada with poisonous liquor
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. नर्मदा तटों पर शराब की बिक्री पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रतिबंध लगाया था। आबकारी विभाग की निष्क्रियता के चलते अवैध शराब माफिया बिक्री तो छोड़ नर्मदा के अंदर ही जहरीली शराब का उत्पादन कर मां नर्मदा का आंचल मैला रहे थे। रविवार को बड़वानी पुलिस ने खुफिया तौर पर कार्रवाई करते हुए सैकड़ों किलो महुआ लहान, बड़ी संख्या में अवैध शराब बनाने का सामान जब्त किया। हर बार की तरह इस बार भी पुलिस की भनक लगते ही आरोपित भाग निकले। सामान जब्ती और भट्टियां नष्ट करने में पुलिस को करीब आठ घंटे लग गए।
कसरावद में नर्मदा तट पर अवैध शराब की भट्टियों के भभकने की सूचना पुलिस को लंबे समय से मिल रही थी। हर बार पुलिस के पहुंचने पर यहां कुछ नहीं मिलता था। रविवार सुबह पुलिस को पुख्ता सूचना मिलीथी कि कसरावद में बड़ी मात्रा में अवैध शराब बनाई जा रही है। एसपी वानचेंग डी भूटिया के निर्देशन में एएसपी अंतरसिंह कलेश और एसडीओपी अंतरसिंह जमरा के मार्गदर्शन में टीआई कोतवाली राजेश यादव ने टीम का गठन कर सुबह 7 बजे खुफिया तौर पर ऑपरेशन शुरू किया। पुलिस टीम अलग-अलग दिशाओं से कसरावद नर्मदा तट पहुंची, लेकिन इस बार भी अवैध शराब बनाने वालों को सूचना मिल चुकी थी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही अवैध शराब माफिया के लोग वहां से भाग निकले।
दो घंटे सामान उठाने में लग गए।
पुलिस की आनन-फानन में हुई खुफिया कार्रवाई की जानकारी मिलने पर अवैध शराब बनाने वाले वहां से शराब निर्माण का सामान तो लेभागे, लेकिन शराब की भट्टियां और महुआ लहान के ड्रम नहीं ले जा पाए। पुलिस ने यहां कार्रवाई करते हुए नर्मदा के आंचल में छुपाए हुए 60 ड्रम बरामद किए। इसमें करीब 30 क्विंटल महुआ लहान भरा हुआ था। पुलिस ने यहां जल रही 30 से ज्यादा अवैध शराब की भट्टियों को भी नष्ट किया। सुबह सात बजे से आरंभ हुई कार्रवाईमें पुलिस को नदी से ड्रम निकालने और भट्टियां नष्ट करने में करीब आठ घंटे लगे। वहीं, जब्त सामान को उठाने के लिए पुलिस को जेसीबी बुलानी पड़ी, जिसे ट्रक में लादने में करीब दो घंटे लग गए।
बाइक से होता अवैध शराब परिवहन
शराब माफियाओं द्वारा अवैध शराब के निर्माण में सुबह 3 बजे से भट्टियां लगा ली जाती है। शराब बनाने के बाद उसे नर्मदा के आंचल में छुपा दिया जाता है। शराब के परिवहन के लिए अवैध शराब माफिया बाइक का इस्तेमाल करते है। कईबार अवैध शराब को दूध के प्लास्टिक के ड्रमों में भी ले जाया जाता है। कार्रवाई के दौरान पुलिस को यहां से एक बाइक भी मिली है। इस बाइक पर कोई नंबर नहीं लिखा हुआ था।
आबकारी की निष्क्रियता का उठा रहे फायदा
अवैध शराब पर रोक लगाने का काम आबकारी विभाग का है, लेकिन आबकारी विभाग की निष्क्रियता का फायदा अवैध शराब कारोबारी उठा रहे है। अवैध शराब के खिलाफ अधिकतर कार्रवाई पुलिस द्वारा ही की जा रही है। रविवार को हुईकार्रवाईभी पुलिस द्वारा ही की गई। कार्रवाई इतनी खुफिया थी कि टीआई ने थाना पुलिस के खास जवानों के साथ डीआरपी लाइन के जवान साथ लिए थे। कार्रवाईमें एसआई आरसी चौहान, आरक्षक शैलेंद्र परिहार, जगजोधसिंह, संदीप पाटीदार, जगन, बलवीर, सुरेंद्र और डीआरपी के छह जवान शामिल थे।
बाइक के आधार पर पकड़ेंगे आरोपितों को
नर्मदा किनारे भारी मात्रा में शराब बनाने की सूचना मिली थी। इसके बाद कार्रवाई को अंजाम दिया। सूचना मिलते ही आरोपी फरार हो गए। कार्रवाई में भारी मात्र महुआ लहान बरामद किया। इसकी कीमत करीब 8 0 हजार रुपए है। एक बाइक मिली है, इसके आधार पर आरोपितों को पकड़ा जाएगा।
राजेश यादव, टीआई