बड़वानी

आवास की चाह में किराएदार बनकर रह गए मकान मालिक

प्रधानमंत्री आवास योजना की किस्त नहीं मिली अब तक, कईयों ने कर्ज लेकर बनाए आधे-अधूरे मकान, अब बांट जोह रहे किस्त की, 700 से ज्यादा हितग्राहियों को मिलना है आवास योजना का लाभ

बड़वानीJun 01, 2019 / 11:04 am

मनीष अरोड़ा

PM housing scheme

बड़वानी. अपने पक्के मकान की आस में प्रधानमंत्री आवास योजना के भरोसे पात्र हितग्राहियों ने कच्चे मकान तोड़ दिए और अब किस्त की बांट जोह रहे है। कईयों ने कर्ज लेकर मकान बनाना भी शुरू कर दिया और अब कर्ज चुकाना भी मुश्किल हो रहा है। वहीं, कई हितग्राही अपना मकान तोड़कर किराए के मकान में जाकर रहने को मजबूर है। हितग्राहियों का कहना है कि उन्होंने मकान दिल्ली से आई टीम के कहने पर तोड़े थे, अब मकान का किराया भरना, कर्ज चुकाना भी मुश्किल हो रहा है। भाजपा के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा राशि दी जा चुकी है, राज्य सरकार द्वारा राशि देने में देर की जा रही है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के पहले चरण में नगर पालिका बड़वानी के तहत शहर के 752 हितग्राहियों को अपने मकान का लाभ मिला था। दूसरे चरण में 747 हितग्राहियों का चयन अगस्त 2018 में हुआ था। दिल्ली और इंदौर से आई टीम द्वारा हितग्राहियों का सर्वे भी किया जा चुका था। इसके बाद इन हितग्राहियों को मकान बनाने का बोल दिया गया था। वार्र्ड 11 के पूर्व पार्षद देवेंद्र शिमले ने बताया कि उनके वार्ड में 35 हितग्राहियों के मकान बनने है, जिसमें से कईयों ने मकान तोड़कर काम भी शुरू करवा दिया था। अब ये लोग किस्त के लिए परेशान हो है। वार्ड 13 की पूर्व पार्षद गायत्री संजय गुप्ता ने बताया कि कई बार आवेदन देने के बाद भी उनके वार्ड में 75 हितग्राहियों को अब तक किस्त नहीं मिली है। नगर पालिका अधिकारी पहले आचार संहिता का हवाला दे रहे थे। अब केंद्र से रुपए नहीं मिलने की बात कहते हैं।
केस 1- तोड़ दिया मकान, रह रहे किराए के मकान में
वार्ड 13 की निवासी सईदा बी पति मुनीर खान का नाम दूसरे चरण के प्रधानमंत्री आवास योजना में आया है।दिल्ली से आई टीम के कहने पर सईदा के पुत्रों ने अपना कच्चा मकान तोड़ दिया। अक्टूबर 2018 से पूरा परिवार किराए के मकान में रह रहा है। जिसका 1500 रुपए किराया देना पड़ रहा है। रुपए नहीं होने के कारण मकान टूटा पड़ा है और सईदा बी किस्त का इंतजार कर रही है।
केस 2- कर्ज लेकर मकान बनाना किया शुरू
महार मोहल्ला निवासी संगीताबाई पति पप्पू टांके का नाम भी दूसरे चरण में आया हुआ है। संगीताबाई ने भी दिल्ली से आई सर्वे टीम के कहने पर मकान तोड़कर काम चालू करवा दिया। अब तक डेढ़ लाख रुपए का कर्ज लेकर मकान का काम करवा चुके है, लेकिन अब रुपए नहीं होने से मकान आधा बनकर पड़ा हुआ है। वहीं, किराए के मकान में रहने का किराया अलग देना पड़ रहा है।
केस 3- रिश्तेदार के यहां रहने को मजबूर
पानवाड़ी मोहल्ला निवासी शंकर मुल्या ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम आने के बाद मकान तुड़वाकर काम चालू कराया था। कर्जनहीं मिलने से मकान बनना आरंभ ही नहीं हो पाया। शंकर मुल्या का परिवार करीब छह माह से रिश्तेदार के यहां जाकर रह रहा है। पिछले छह माह से हितग्राही को किस्त मिलने का इंतजार है, जिससे वो अपना मकान बनवा कर उसमें रहने जा सके।
फैक्ट फाइल…
752 मकान बने थे प्रधानमंत्री आवास योजना के पहले चरण में
747 हितग्राहियों का चयन हुआ आवास योजना के दूसरे चरण में
2.5 लाख रुपए की कुल राशि मिलना है योजना के तहत
1.5 लाख रुपए केंद्र सरकार द्वारा दिए जाएंगे हितग्राही को
1 लाख रुपए की राशि राज्य सरकार द्वारा दी जानी है
ऊपर से ही नहीं आया योजना का रुपया
हमने सभी हितग्राहियों के पंजीयन ऑनलाइन कर दिए है। ऊपर से ही रुपया नहीं आया है।जब भी किस्त आएगी सीधे हितग्राहियों के खाते में जमा हो जाएगी। अन्य शहरों में किस्त जारी होने की बात गलत है। पहले चरण की किस्त डली हो तो अलग बात है।
लक्ष्मणसिंह चौहान, नगर पालिका अध्यक्ष

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