बड़वानी

वृद्ध दंपति ने होटल के कमरे में जहर खाकर दी अपनी जान

17 जनवरी से थे लापता, परिजनों ने दर्ज करवाई थी गुमशुदगी, इंदौर के पलासिया थाने में वृद्ध के खिलाफ दर्ज हुई थी एफआईआर, सूचना मिलने पर परिजनों ने पलासिया थाने का किया घेराव, पुलिस का विरोध

बड़वानीJan 24, 2019 / 10:24 am

मनीष अरोड़ा

Poisoned in hotel room

खबर ऑनलाइन : विशाल यादव
बड़वानी। शहर कोतवाली के समीप स्थित एक निजी होटल में वृद्ध दंपति ने जहर खाकर अपनी जानें दे दी। सुबह जब होटल के कर्मचारी ने दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद होटल संचालक ने इसकी सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने होटल पहुंच जब दरवाजा तोड़ा तो सभी दंग रह गए। शव मिलने के बाद पुलिस ने एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया और जांच की। बिस्तर पर दंपति के शव पड़े थे। दोनों की शिनाख्त के बाद पता चला कि ये इंदौर निवासी हैं। इसके बाद इनके परिजनों को सूचना दी गई। जानकारी अनुसार इंदौर के बीमा नगर निवासी गुणवंत भिड़े और उनकी पत्नी वंदना भिड़े शहर की होटल आनंद पैलेस में 20 जनवरी को रहने के लिए रूके थे। मंगलवार रात को दोनों 202 कमरे नंबर में सो गए। बुधवार सुबह करीब 11.30 जब होटल कर्मचारी ने दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच दरवाजा तोड़ा और मृतकों के परिजनों को सूचना दी।
परिजनों के आने के बाद निकाले शव
वृद्ध दंपति की आत्महत्या की सूचना के बाद बुधवार शाम को परिजन यहां पहुंचे। घटना के बाद परिजनों को सूचना देने पर भी परिजन काफी देर से पहुंचे। पुलिस यहां उनका इंतजार करती रही। परिजनों के आने के बाद पुलिस ने कमरे की तलाशी ली और मृतकों के सामान की तलाशी भी ली गई। इसके बाद दोनों के शवों को होटल के कमरे से निकाला गया और पीएम के लिए ले जाया गया।
परिजनों ने किया पलासिया थाने का घेराव
वृद्धों की आत्महत्या की जानकारी जब इंदौर में परिजनों को हुई तो उन्होंने पलासिया थाने पर जाकर हंगामा कर दिया। इंदौर के पलासिया थाने पर पहुंचे परिजनों ने पुलिस की कार्यप्रणाली भी कई सवाल खड़े किया। परिजनों ने बताया कि सीनीयर सीटीजन की सुरक्षा का जि मा पुलिस पर होता है। पुलिस ने बिना जांच किए ही वृद्ध पर एफआईआर दर्ज कर ली थी।
17 जनवरी से थे लापता
पुलिस ने बताया कि वृद्ध पर पलासिया थाने में छेड़छाड़ और पास्को एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज है। वहीं इनके लापता होने की एफआईआर भी परिजनों ने पलासिया थाने पर दर्ज कराई थी। परिजनों का आरोप है कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी पुलिस इन्हें तलाश नहीं कर पाई। वहीं इस संबंध में पलासिया थाना पुलिस ने बताया कि इनकी तलाश के लिए अकोला और देवास टीम भेजी थी। बुधवार को जानकारी मिली कि इन्होंने बड़वानी एक होटल में आत्महत्या कर ली है।
दो दिनों से कुछ नहीं खाया
बुजुर्गों की आत्महत्या के संबंध में जब होटल के कर्मचारियों से जानकारी ली गई तो मालूम पड़ा कि ये 20 जनवरी से यहां ठहरे हुए थे। इस दौरान इन्होंने 20 जनवरी को ही रात में चना रोस्ट खाया था। इसके बाद दोनों ने खाने के लिए भी कुछ नहीं बुलाया। इन दो दिनों में इन्होंने पानी के अलावा कुछ भी नहीं लिया।
होटल के बाहर लग गई लोगों की भीड़
जिस समय पुलिस दोनों के शवों को निकालने के लिए होटल पहुंची, उस दौरान होटल के बाहर लोगों की खासी भीड़ जमा हो गई। वृद्ध दंपति के आत्महत्या की खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई। दोनों ने एक साथ अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इन दोनों की आत्महत्या को लेकर जगह-जगह चर्चाएं चलती रही।
इंदौर में चलाते थे झूलाघर
दंपित के वकील सुनील रामचंदानी ने बताया कि ये दोनों इंदौर में झूलाघर चलाया करते थे। इनका किसी से कोई विवाद नहीं थे। उन्होंने बताया कि ये स्कूल के बच्चों को संभालते थे। जो लोग इनके झूलाघर में रहे हैं, उनके बच्चे भी यहां रहते हैं। उनका पूरा ध्यान रखते थे। 17 तारीख को इन लोगों का विवाद एक महिला से हुआ था। उस महिला ने इन्हें धमकी भी दी थी। इससे ये लोग घबरा गए। इसके बाद ये दोनों दंपति घर से लापता थे। वकील ने बताया कि दोनों को सुसाइड करने के लिए मजबूर किया गया है।

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