लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को जिले के निवाली ब्लॉक के कानपुरी गांव में शासकीय हाई स्कूल के संकुल प्रभारी प्राचार्य रामचंद्र खरते (46) को पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। यहां पदस्थ अतिथि शिक्षक संदीप जाधव ग्राम कन्नडग़ांव ने शिकायत की थी कि हाईस्कूल कानपुरी के प्रभारी प्राचार्य द्वारा मानदेय निकालने की एवज में रुपयों की मांग की जा रही है। इस पर लोकायुक्त टीम ने घेराबंदी कर प्रभारी प्राचार्य को पांच हजार रुपए देने के लिए अतिथि शिक्षक को भेजा। अतिथि शिक्षक जैसे ही प्रभारी प्राचार्य का रिश्वत दिए लोकायुक्त पुलिस की नौ सदस्य के दल ने निवाली में सेंधवा रोड स्थित एटीएम के पास घेराबंदी करके रिश्वत लेते हुए ने प्रभारी प्राचार्य को धरदबोचा। इसके बाद रिश्वतखोर प्रभारी प्राचार्य के हाथ धुलवाए तो हाथ लाल हो गया। अतिथि शिक्षक ने पूर्व में भी रिश्वत देने की बात बताई है। लोकायुक्त निरीक्षक विजय चौधरी ने बताया कि भ्रष्टाचार निवारण संशोधित अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत कार्रवाई जारी है।
लंबे समय से चल रह था रिश्वत का खेल
सूत्रों की मानें तो सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की पोस्टिंग कराने और मानदेय की राशि दिलाने को लेकर प्रभारी प्राचार्य द्वारा ये काम लंबे समय से किया जा रहा था। अतिथि शिक्षक काम मिलने के लिए ऐसे जिम्मेदारों से डरे सहमें रहते हैं और शोषित होते रहते हैं। नौकरी का डर दिखाकर शिक्षा विभाग के ये जिम्मेदार इसी तरह भ्रष्टाचार करते हैं। वहीं पूर्व में भी रिश्वतखोर प्राचार्य द्वारा अतिथि शिक्षकों का वेतन किसी अन्य के खाते में डालें जाने की भी जनचर्चा है। इस कार्रवाई इंदौर लोकायुक्त टीम के निरीक्षक विजय चौधरी, निरीक्षक आजा आशा खींचकर, आरक्षक शिवप्रकाश पाराशर, शैलेंद्र बघेल, आशीष नायडू और राकेश चौहान शामिल थे।