राशन दुकान के सामने जताया विरोध, प्रशासन से लगाई गुहार, उपभोक्ताओं ने कहा हमें ऑनलाइन सुविधा नहीं चाहिए
बड़वानी•Oct 18, 2019 / 10:23 am•
vishal yadav
Ration card holders refuse to take ration from biometric machine
बड़वानी/पाटी. उचित मूल्य दुकान में बॉयोमेट्रिक मशीन से राशन लेने से उपभोक्ताओं ने इंकार कर दिया। पाटी क्षेत्र के ओसाड़ा गांव की उचित मूल्य दुकान में बॉयोमेट्रिक मशीन से सेल्समैन द्वारा उपभोक्ताओं को राशन दिया जा रहा था, जिसका उपभोक्ताओं ने बॉयोमेट्रिक मशीन से ऑनलाइन राशन कार्ड उपभोक्ता का ्िरफंगरप्रिंट थम से मैच नहीं हो रहा था। इसके तहत उपभोक्कताओं को राशन नहीं मिला।
उपभोक्ताओं ने नाराजगी जताते हुए सेल्समैन से कहा कि हमें तो बॉयोमेट्रिक मशीन से राशन ना दें। वे राशन कार्ड के माध्यम से ही राशन दिया जाए। ओसाड़ा, अजराड़ा की शासकीय उचित मूल्य दुकान ग्राम पंचायत ओसाड़ा में स्थित है। यहां ग्राम चंदनदेवी के राशन कार्ड उपभोक्ता भी है। वह भी इसी राशन दुकान से अपना राशन लेते थे, लेकिन राशन कार्ड उपभोक्ता बॉयोमेट्रिक मशीन ऑनलाइन राशन लेने से मना कर रहे है। उपभोक्ता बंटिया डूडवे ने बताया कि हमें कंट्रोल दुकान से मिलने वाली सुविधा ऑनलाइन नहीं चाहिए। हमें राशन दुकान से राशन हमारे राशन कार्ड के माध्यम से ही दें। राशन दुकान पर माह अक्टूबर का राशन लेने आए 200 से अधिक महिला व पुरुष ने राशन दुकान के सामने विरोध जताया। करीब 2 घंटे तक विरोध जताते रहे। इसके बाद बड़ी संख्या में राशन उपभोक्ता महिला व पुरुष बगैर राशन दिए खाली हाथ अपने घर लौट गए।
अंगूठे के निशान को मैच नहीं कर रही मशीन
उपभोक्ता डुबड़ी बाई, रुया बाई, सायकीबाई ने कहा कि इस उचित मूल्य दुकान में 2 गांव के लोग राशन लेने आते है। ओसाड़ा से चंदनदेवी गांव सोसायटी से 5 किमी दूरी पर है। राशन लेने के लिए हमें सुबह से राशन की दुकान पर आना पड़ता है। यहां पर राशन लेने के लिए लाइन में लगकर राशन लेना होता है। कई उपभोक्ताओं का अपने अंगूठे फिंगर बॉयोमेट्रिक मशीन में मैच नहीं हुआ। जबकि राशन कार्ड धारी स्वयं अपना राशन देने के लिए राशन दुकान पर आए थे। कई लोगों के अंगूठे मशीन से मैच नहीं हुए। राशन कार्ड उपभोक्ता राशन दुकान से बिना राशन लिए खाली हाथ वापस 5 किमी दूर पैदल अपने घर गए।
मजदूरी करने से घिस जाते है अंगूठे की चमड़ी
झुरली बाई ने बताया कि मेरी उम्र 70 वर्ष हो गई है। मुझे बॉयोमेट्रिक मशीन से राशन लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति में अंगूठे के निशान को मशीन कभी मैच नहीं करती है। क्योंकि हम मजदूर लोग है। दिन-रात खेती में काम करते हैं। हाथ और उंगलियों में चोट भी आ जाती है। अंगूठे की चमड़ी भी घिस गई है। इससे मशीन में अंगूठा मैच नहीं हो रहा है। ऐसे कई मजदूरों का अपने अंगूठे के निशान बॉयोमेट्रिक मशीन से मैच नहीं हो रहे है। राशन कार्ड उपभोक्ता दूरदराज से अपना राशन लेने के लिए आते है। घंटों लाइन में लगने के बाद भी बगैर राशन लिए अपने घर खाली हाथ लौट जाते है। उपभोक्ताओं द्वारा जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी से मांग की जा रही है कि राशन दुकान से बॉयोमेट्रिक मशीन से ऑनलाइन राशन ना देते हुए ऑफलाइन ही राशन कार्ड से राशन उपभोक्कताओं को वितरण करें।
आसपास के क्षेत्रों में दे रहे ऑफलाइन राशन
बर्मा सोलंकी ने बताया कि पाटी के आसपास सभी क्षेत्रों में ऑफलाइन ही राशन दुकान से उपभोक्ताओं को राशन दिया जा रहा है, लेकिन हमारे ग्राम ओसाडा ओर अजराड़ा ग्राम पंचायत में ही ऑनलाइन राशन क्यों दिया जा रहा है। यहां पर उपभोक्ताओं के साथ भेदभाव किया जा रहा है। आदिवासी ग्रामीण क्षेत्र जो सुबह से अपने खेत में काम करने जाते है, तो शाम को घर पहुंचते है। वहीं अपना अमूल्य समय निकालकर राशन लेने आते है, लेकिन बॉयोमेट्रिक मशीन से हमें अनाज लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसका हम विरोध करते है। उपभोक्ताओं ने विरोध करते हुए कहा कि प्रशासन से हमें बॉयोमेट्रिक मशीन से ना देते हुए राशन कार्ड के माध्यम से ऑफलाइन ही राशन दिया जाए।
वर्जन…
मेरे द्वारा जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय में राशन ग्रामीण उपभोक्ताओं ने लेने से इंकार कर दिया। इसकी सूचना मेरे द्वारा दे दी गई है। कार्यालय के माध्यम से भोपाल शिकायत भेजी जाएगी। जैसे ही भोपाल से सूचना मिलती है। वैसे ही सूचना का पालन करते हुए ग्रामीणों को राशन उपलब्ध कराया जाएगा। अभी फिलहाल राशन उपभोक्ताओं को ऑनलाइन ही वितरित करने के निर्देश है।
-गिरीश नेगी, उचित मूल्य दुकान सेल्समैन ओसाड़ा