बड़वानीPublished: Dec 23, 2018 10:38:10 am
मनीष अरोड़ा
नपा ने भंडारण और उपभोग पर लगाया है जुर्माना, नहीं की कोई कार्रवाई, बाहर से बढ़ी मात्रा में शहर आ रही पॉलीथिन, रोकने के उपाय भी नहीं
The use of polyethylene after the ban
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भी शहर में प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से जारी है।शहर में पॉलीथिन का उपयोग होने पर स्वच्छ सर्वेक्षण में भी अंक कम हो सकते है। नगर पालिका द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए बुलाए गए विशेष सम्मेलन में पॉलीथिन भंडारण और उपयोग पर जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।हालांकि नपा अधिकारियों द्वारा समझाइश जरूर दी जा रही है, लेकिन समझाइश के दौरान ही विवाद की स्थिति भी बनती दिख रही है।
प्रतिबंध लागू करने के बाद भी शहर में छोटे से लेकर बड़े दुकानदार तक अब भी पॉलीथिन बैग का उपयोग कर रहे है। हालांकि ये दुकानदारों की मजबूरी भी है, क्योकि अधिकतर लोग घर से थैला नहीं लेकर आते और दुकानदार से पॉलीथिन की मांग करते है।पॉलीथिन नहीं होने पर ग्राहक अगली दुकान पर चला जाता है, जिसके कारण दुकानदारों को भी पॉलीथिन रखना पड़ रही है। वहीं, शहर में बड़ी मात्रा में पॉलीथिन बाहर से आ रही है। पॉलीथिन परिवहन पर रोक लगाने का भी नगर पालिका के पास कोई उपाय नहीं है। ऐसे में शहर में कई गोदामों में सैकड़ों क्विंटल पॉलीथिन बैग भरे पड़े है। दुकानदारों का भी मानना है कि ऊपर से पॉलीथिन आना रुकेगा तो ही पॉलीथिन का उपयोग बंद हो पाएगा।
बन रही विवाद की स्थिति
पॉलीथिन प्रतिबंध के लिए नगर पालिका द्वारा रोजाना समझाइश दी जा रही है। शनिवार शाम को सीएमओ कुशलसिंह डुडवे और नपा अमला कारंजा से झंडा चौक तक लोगों को समझाइश देने के लिए निकला। इस दौरान चार दुकानदारों के यहां प्रतिबंधित पॉलीथिन बैग पाए जाने पर जुर्माना किया गया। वहीं, शुक्रवार को को भी जहां भी पॉलीथिन का उपयोग होते पाया गया उसे समझाया गया कि अगली बार पॉलीथिन मिली तो जुर्माना किया जाएगा। इस दौरान एक दुकानदार सीएमओ से विवाद करने लगा। विवाद की स्थिति इतनी बढ़ी कि बात हाथापाई तक आने लगी। इस बीच लोगों ने दुकानदार को समझाया और वहां से रवाना किया था।
यात्रियों, बस कंडक्टरों से उठवाया कचरा
शनिवार को नगर पालिका अमले ने दोपहर में बस स्टैंड पर बस यात्रियों द्वारा कचरा किए जाने पर यात्रियों और बस कंडक्टरों से कचरा उठवाया। सवारियों द्वारा बस में बैठे-बैठे ही खाद सामग्री खाकर खिड़की से बाहर कचरा फेंका जा रहा था। नपा अधिकारियों ने बस चालक, परिचालक को समझाया कि ये उनकी जिम्मेदारी है कि यात्री कचरा न करे, बाहर रखे डस्टबीन का उपयोग करे। इस दौरान यहां खुले में मुत्र विसर्जन करने वाले एक व्यक्ति पर 100 रुपए का जुर्माना भी किया गया।